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नपुंसकता का खतरा बढ़ाते हैं तेज धमाके वाले पटाखे- डाक्टर

समरनीति न्यूज, कानपुरः आरोग्यधाम ग्वालटोली में दीपावली के मौके पर स्वास्थ के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सेमिनार किया गया। इसमें मुख्य अतिथि अमेरिका में मैराइन इंजीनियर के पद पर तैनात प्रशांत सक्सेना रहे। मुख्य अतिथि ने इस दौरान प्रदूषण से होने वाले खतरों के प्रति लोगों को आगाह किया।

मिलावठी मिठाइयों से बचाव की सलाह 

इस मौके पर डा. हेमंत मोहन ने कहा कि त्योहारों पर मिलावटखोरी बढ़ जाती है। खासकर दूध से बनी मिठाइयों में इसकी प्रतिशतता कई गुना होती है। बताया कि दूध में मैलामाइन नामक कैमिकल मिलाने से दूध की सफेदी व मोटी मलाई आती है। यह कैमिकल सीधेतौर पर कैंसर को बढ़ाता है।

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तेज आवाज वाले पटाखों से नपुंसकता का खतरा रहता है और यह मानसिक रूप से भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। वहीं होम्योपैथिक डा आरती मोहन ने कहा कि तेज ध्वनि के पटाकों की वजह से गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों को भी नुकसान पहुंचता है। इस दौरान आरोग्यधाम के संस्थापक डा. आरआर मोहन भी मौजूद रहे।