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मायावती-अखिलेश ने संयुक्त प्रेसवार्ता में किया गठबंधन का ऐलान, कहा मोदी और शाह की नींद उड़ेगी

संयुक्त प्रेसवार्ता में लोकसभा-2019 में गठबंधन का ऐलान करती बसपा सुुप्रीमों मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव।

समरनीति न्यूज, लखनऊः आने वाले लोकसभा चुनाव-2019 की लड़ाई बसपा-सपा के साथ मिलकर लड़ने का बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संयुक्त प्रेसवार्ता में एलान कर दिया। दरअसल, बीते लगभग 23 साल से एक-दूसरे के विरोधी रहे सपा-बसपा आज एक साथ एक मंच पर खड़े नजर आए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती दोपहर 12 बजे गठबंधन को लेकर संयुक्त प्रेसवार्ता की।

कांग्रेस गंठबंधन से आउट लेकिन रायबरेली-अमेठी सीटें छोड़ीं   

राजधानी लखनऊ में आज यहां मायावती ने प्रेसकांफ्रेंस में शुरूआत करते हुए कहा कि उनकी प्रेसकांफ्रेंस प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की नींद उड़ाने वाली साबित होगी। इतना ही नहीं मायावती ने कहा कि यूपी की राजनीति में आज वह हुआ है जिसकी शायद ही पहले किसी ने कल्पना की होगी।

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मायावती ने गठबंधन को लेकर कहा है कि 1993 में भी ऐसा गठबंधन हुआ था लेकिन गंभीर कारणों से यह गठबंधन नहीं चला था। इस दौरान मायावती ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। वहीं प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के अहंकार के विनाश के लिए सपा-बसपा का मिलना जरूरी था।

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मायावती ने कहा कि आने वाले लोकसभा 2019 के चुनाव में दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के अहंकार के विनाश के लिए यह गठबंधन बेहद जरूरी था। मायावती ने कहा कि वे कांग्रेस के साथ नहीं हैं लेकिन अमेठी और रायबरेली में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।

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मायावती ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने बीजेपी की कमर तोड़कर रख दी है। कहा कि अबकी बार बीजेपी एंड कंपनी के लोगों को किसी तरह रोकना है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा है कि आजादी के बाद लंबे समय तक यूपी और देश पर राज करने वाली कांग्रेस के शासनकाल में गरीब और पिछड़े-दलित परेशान ही रहे। इसलिए कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया गया है।