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कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आत्मघाती आतंकी हमला, 40 जवान शहीद और 42 गंभीर रूप से घायल

कश्मीर में आतंकी हमले के बाद की तस्वीर।

समरनीति न्यूज, डेस्कः आतंकियों ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोर के पास गोरीपोरा में एक बड़े हमले को अंजाम दिया। हमले मे एक आतंकी ने स्कार्पियों कार में विस्पोटक भरकर वहां से गुजर रहे सीआरपीएफ के काफिले की एक गाड़ी से टकराकर उड़ा दिया। इस हमले को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती दस्ते अफजल गुरु स्क्वाड के स्थानीय आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास ने अंजाम दिया। इस शक्तिशाली विस्फोट में 40 जवान शहीद हो गए, जबकि 42 अन्य जख्मी हो गए हैं। इस दौरान काफिले की 3 अन्य गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उधर, शुक्रवार को सरकार ने सीसीएस की बैठक की। इसमें हमले के बाद जरूरी कदम उठाने को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री सीतारमण, वित्तमंत्री अरुण जेटली के अलावा अजीत डोभाल आदि मौजूद रहे।

350 किलो विस्फोटक से लदी थी स्कार्पियो 

घायल जवानों को उपचार के लिए बादामी बाग सैन्य छावनी स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली है। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने विस्फोट स्थल के आसपास के इलाके को घेरकर बड़ा तलाशी अभियान चला रखा है। हमले के बाद अवंतीपोरा से लेकर बिजबिहड़ा तक हाईवे पर यातायात को रोक दिया गया है।

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दरअसल, जम्मू से श्रीनगर की तरफ आ रहे सीआरपीएफ जवानों के काफिले को आतंकियों ने निशाना बनाया है। इस काफिले में लगभग 40 गाड़ियां थीं। बताते हैं कि सीआरपीएफ का यह काफिला जब गुरुवार दोपहर करीब सवा 3 बजे दक्षिण कश्मीर में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर गोरीपोरा (अवंतीपोर) के पास पहुंचा तभी अचानक एक स्कार्पियों कार तेजी से काफिले में आ घुसी।

कुल ढाई हजार जवानों का था काफिला  

आत्मघाती कार चालक ने सीआरपीएफ जवानों की एक बस के सथ टक्कर मार दी। इसके बाद तेदज धमाके की आवाज आई और कार धू-धू कर जलने लगी। बस का एक हिस्सा भी जल उठा।धमाके से पूरा इलाका गूंज उठा। आसमान में काले धुएं के गुब्बार के साथ सड़क पर लोगों की चीखने-चिल्लाने की आवाजें आने लगीं।

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काफिले के अन्य वाहन तुरंत रुक गए। वाहनों से जवान जैसे ही वाहर निकले तभी वहां घात लगाए बैठे आतंकियों ने उनपर गोलियां बरसानी शुरू दीं। जवानों ने तुंरत पोजीशन लेकर जवाबी फायरिंग की। इसके बाद आतंकी वहां से भाग निकले। सेना ने इलाका घेरकर तलाशी अभियान छेड़ दिया है।धमाके में इस्तेमाल कार में सवार आत्मघाती आतंकी आदिल अहमद नाम का शख्स बताया जा रहा है वह भी मारा गया है।

उरी से बड़ा आतंकी हमला 

जानकारी मिली है कि 12 जवान मौके पर ही शहीद हो गए, जबकि 4 ने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में शहीद हो गए। वहीं 24 अन्य जवानों की अस्पताल में इलाज के दौरान शहादत हो गई। बताते चलें कि 18 सितंबर 2016 में उड़ी में सैन्य मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हुए थे जबकि 30 घायल हुए थे। यह हमला उससे भी बड़ा है। वहीं आतंकी हमला करने वाला आतंकी आदिल 10 माह पहले आतंकी बना था।