Sunday, May 5सही समय पर सच्ची खबर...

24 घंटे से गेस्ट हाउस में बंधक प्रियंका गांधी, कहा- जमानत नहीं लूंगी चाहे जेल भेज दें, तृणमूल नेता भी पहुंचेंगे

समरनीति न्यूज, डेस्कः बीते लगभग 24 घंटे से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मिर्जापुर के चुनार किले के गेस्ट हाउस में बंधक हैं। बीती देर रात लाइट जाने के बाद भी अंधेरे में ही प्रियंका गांधी कार्यकर्ताओं से मिलती रहीं। वहीं पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने वाराणसी से मौके पर पहुंचकर प्रियंका गांधी को मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह सोनभद्र नरसंहार वाली जगह पर जाकर पीड़ित परिजनों से मिलने की जिद्द पर अड़ी हैं। प्रियंका का कहना है कि उन्होंने कोई कानून नहीं तोड़ा है, वह शांतिपूर्वक पीड़ित से मिलने जाना चाहती हैं और यह उनका कर्तव्य है, लेकिन अपराधों को रोकने में नाकाम योगी सरकार मुझे मेरा कर्तव्य निभाने से रोक रही है।

अधिकारी मनाने में जुटे, लेकिन कोशिशें बेकार  

प्रियंका गांधी ने कहा कि अधिकारियों ने बताया है कि मुझे 50 हजार जमानत भरनी है, नहीं तो मुझे 14 दिन के लिए जेल भेजा जाएगा, लेकिन मैं जमानत नहीं भरुंगी, एक पैसा नहीं भरुंगी, मुझे जेल भेज दें। प्रियंका गांधी का कहना है कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लगाई जाती है तो वहां नहीं जाऊंगी, धारा का उल्लंघन नहीं करुंगी। सिर्फ दो लोग वहां जाएंगे, लेकिन प्रशासन ने यहां रोक दिया है।

कहा, पीड़ित परिवार से मिलना मेरा कर्तव्य  

कहा कि मैं बिना पीड़ितों से मिले यहां से हिलने वाली नहीं। कहा कि वह पीड़ित परिवार वालों से मिलने यहां आईं हैं, कोई अपराध नहीं किया है। बताते चलें कि सोनभद्र जाते समय प्रियंका गांधी को मिर्जापुर जिले में नरायनपुर चौकी के पास रोका गया, जिसके बाद वह वहीं धरने पर बैठ गईं थीं। इसके बाद धारा 144 लागू होने के बाद प्रशासन ने उनको हिरासत में ले लिया और चुनार किले के गेस्ट हाउस में रखा है। इसके बाद से वहां कांग्रेसियों का जमावड़ा बढ़ रहा है और प्रियंका गांधी लगातार कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहीं हैं।

शांति व्यवस्था बरकरार रख रहे-डिप्टी सीएम

उधर, यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का कहना है कि सोनभद्र घटना के बाद प्रशासन गंभीरता से कार्रवाई कर रही है और स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है। कहा कि प्रियंका गांधी को एसपीजी सुरक्षा मिली है और वहां धारा 144 लागू है। कहा कि इसके बावजूद प्रियंका गांधी वहां जाने की जिद्द पर अड़ी हैं। कहा कि सरकार ने 10 दिनों के भीतर मामले में निष्पक्ष जांचकर रिपोर्ट मांगी है। उधर, बताया जा रहा है कि टीएएमसी नेताओं का दल भी सोनभद्र पहुंच रहा है। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि दलितों पर हुए इस अत्याचार की कड़ी निंदा की जाती है। इतना ही नहीं तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी का रवैया हमेशा एंटी दलित, एंटी गरीब और एंटी आदिवासी रहा है।

ये भी पढ़ेंः प्रियंका गांधी को सोनभद्र नरसंहार स्थल जाते वक्त हिरासत में लिया गया