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बांदा में शरीर सौष्ठव और बुंदेली परंपरा के अद्भुत प्रदर्शन ने सभी का मनमोहा..

समरनीति न्यूज, बांदाः शरीर सौष्ठव और बुंदेली परंपराओं का आज बांदा शहर से लगभग 5 किमी दूर स्थित महावीरन हनुमान मंदिर में ऐसा अद्भुत प्रदर्शन हुआ कि देखने वाले गदगद हो गए। इस दौरान नटराज कल्याण समिति तत्वधान में आयोजित बुंदेली दिवारी नृत्य कलाकारों ने अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर ऐतिहासिक बुंदेली परंपरा को संरक्षित करने का आह्वान भी किया गया।

अतिथियों ने कलाकारों को किया पुरस्कृत  

साथ ही अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को पुरस्कृत भी किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा मुकेश यादव रहे। आयोजन में मुख्य रूप से जेपी त्रिपाठी तथा जवाहर लाल (जलज), संजय श्रीवास्तव तथा प्रभात चैरसिया समेत भी मौजूद रहे। इतिहासकार शोभाराम कश्यप ने पूरे आयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि द्वापर युग में पशु ही धन थे।

इनकी सुरक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण और उनके बड़े भाई बल्देव ने लाठी युद्ध का अविष्कार किया। आज इस प्राचीन लाठीयुद्ध कला को बुंदेलखंड में रमेश पाल और उनकी टीम के साथी जीवंत रखे हैं। उनके यह प्रयास जारी है ताकि यह प्राचीन सुरक्षा कला लुप्त ना हो जाए। इस मौके पर उपस्थित अतिथियों ने कलाकारों को पुरस्कृत करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया।

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