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खिदमत-हजूरीः मंत्री जी के स्वागत को सरपट दौड़े अफसर, कोई बना रसोइया तो कोई वेटर

समरनीति न्यूज, कानपुरः नेताओं की चरण वंदना के लिए अधिकारियों का अपने पद की मर्यादा दरकिनार कर खुशामदगिरी में नीचे गिर जाना कोई नई बात नहीं है। अक्सर इस तरह के मामले जनता के सामने सुर्खियां बटोरते मिल जाते हैं लेकिन इस बार एक ऐसा मामला सामने आया है जब मंत्री जी की खिदमत-हजूरी में नाक पर मक्खी न बैठने देने वाले अधिकारियों खुद वेटर और रसोइया बनकर काम कर डाला।

अफसरों ने पत्र जारी कर मंत्री की सेवादारी का जारी किया ड्यूटी चार्ट    

एडीओ से लेकर अपर संख्याअधिकारी तक डेढ़ दर्जन अधिकारी और कर्मचारी मंत्री जी के लिए वेटर से लेकर रसोइया बनकर खूब दौड़े। मंत्री जी के कार्यक्रम में ये अधिकारी अपना पद भी भूल गए और पूरी तरह सेवादार बनकर सेवादारी में लगे रहे।

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दरअसल, मामला बीती 5 मई 2018 को सहकारिता मंत्री/ प्रभारी मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के कानपुर देहात के दौरे और उनके स्वागत सत्कार से जुड़ा है। मंत्री के स्वागत सत्कार के लिए खुद विभाग के सहायक आयुक्त ने वाकयदा पत्र जारी करते हुए सख्त आदेश भी दिए थे।

सहकारिता मंत्री के कानपुर देहात के दौरे के संबंध में सहायक आयुक्त द्वारा जारी पत्र।

अब यह पत्र मीडिया के हाथ लग गया है और सोशलमीडिया पर भी खूब बायरल हो रहा है। इससे विभाग की खूब फजीहत हो रही है। दरअसल, मंत्री के इस दौरे के लिए लगभग डेढ़ दर्जन अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।

कानपुर देहात 5 मई को पहुंचे थे सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा   

इनको रसोई में मंत्री जी के लिए खाना परोसने से लेकर खाना ले जाने और पकड़ाने तक की लिखित रूप से जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इतना ही नहीं मंत्री जी के स्टाफ को खाना परोसने की जिम्मेदारी अपर सांख्यिकीय अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई।

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इस व्यवस्था से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंत्री और अधिकारी अपने असल काम यानी जनता की भलाई के विकास कार्यों को कितना समय दे पाते होंगे। हांलाकि लोग मानने लगे हैं कि आजकल मंत्रियों के दौरों का जनता के कार्यों से कोई बहुत सरोकार नहीं होता है।