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सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण आज, बंद हो जाएंगे कई मंदिरों के कपाट

समरनीति डेस्कः सदी का सबसे लंबे समय रहने वाला चंद्रग्रहण आज पड़ रहा है। यह ऐसा चंद्रग्रहण है कि जिसपर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। खास बात यह है कि भारत में पूर्ण चंद्रग्रहण दिखेगा। यही वजह है कि लोगों में खासा उत्साह है और इसे देखने के लिए लोग खास इंतजाम कर रहे हैं। देश में चंद्रग्रहण का प्रभाव रात 10:53 बजे से दिखना शुरू हो जाएगा। ग्रहण के दौरान धीरे-धीरे चंद्रमा का रंग लाल होता जाएगा और फिर बाद में पूरी तरह से गायब हो जाएगा। हांलाकि शुरू में नंगी आंखों से ग्रहण का कोई असर दिखाई नहीं देगा। लेकिन 11:54 बजे से लोग इसे नंगी आखों से भी देख पाएंगे। फिर रात करीब 1:51 बजे के आसपास चंद्रग्रहण अपने पूर्ण रूप में दिखाई देगा और करीब एक घंटे बाद 2.43 बजे से इसका असर कम होना शुरू हो जाएगा और शनिवार तड़के सुबह 5 बजे ग्रहण का असर पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

हरिद्वार गंगा आरती। (फाइल फोटो)

हरिद्वार में दोपहर को होगी शाम की आरती

चंद्रग्रहण की वजह से देशभर के कई बड़े मंदिर शुक्रवार दुपहर से ही बंद हो जाएंगे। इतना ही नहीं वाराणसी, हरिद्वार और इलाहाबाद में होने वाली आरती भी शाम की जगह दोपहर में होगी। दुपहर 1 बजे गंगा आरती का विशेष आयोजन होगा। इसमें बड़ी संख्या में भक्तों और श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

श्री केदारनाथ मंदिर। (फाइल फोटो)

दुपहर बाद बंद हो जाएंगे केदारनाथ के कपाट

बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिरों के कपाट शुक्रवार दोपहर से लेकर शनिवार सुबह तक बंद रहेंगे। इस दौरान भक्त भगवान के दर्शन नहीं कर पाएंगे। चंद्रग्रहण के दौरान मंदिर के अंदर भी पूचा नहीं होगी। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पीआरओ हरीश गौड ने बताया है कि चंद्र ग्रहण के सूतक काल से पहले 27 जुलाई को श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट दिन में 12 बजकर 30 मिनट तथा श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट दिन में 2 बजकर 54 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। दूसरे दिन सुबह ग्रहण खत्म होने पर नियमित पूजा के लिए दोबारा खोले जाएंगे।

चंद्रग्रहण की प्रतिकात्मक फोटो।

जानिए क्यों होता है चंद्र ग्रहणः

जब एक तरफ सूर्य और दूसरी तरफ चंद्रमा हो और बीच में पृथ्वी आ जाए तो चंद्रमा पर धरती की छाया पड़ती है। इसी दौरान की स्थिति को चंद्रग्रहण कहते हैं। यानी पृथ्वी की की ओट में जब चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रग्रहण कहा जाता है।