Thursday, March 28सही समय पर सच्ची खबर...

सोनिया-राहुल से मुलाकात के बाद ममता बोलीं, पीएम बनना नहीं बल्कि भाजपा को रोकना मकसद

समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः 2019 आम चुनाव में महागठबंधन होगा या नहीं, होगा तो नेतृत्व किसका रहेगा। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच कहीं न कहीं असहज करने वाली स्थिति है। ऐसे में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सोनिया गांधी और राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद कांग्रेस जरूर निश्चिंत हो गई है क्योंकि ममता बनर्जी ने यह बात साफ कर दी है कि संयुक्त नेतृत्व में ही आने वाला लोकसभा चुनाव लड़ा जाएगा। ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि वे प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं हैं। उनका मकसद सिर्फ मोदी को हटाना है क्यों कि वे लोगों के साथ राजनीति प्रतिशोध और बहुत अत्याचार कर रहे हैं। इसलिए भाजपा को हटाने के लिए सभी को साथ आना चाहिए। कहा कि वह बिल्कुल आम इंसान हैं, आम ही रहने दीजिए।

हांलाकि इस दौरान सवालों के जवाब देते वक्त ममता बनर्जी ने काफी सतर्कता बरती और लगभग हर सवाल का गोलमोल ही जवाब दिया। लेकिन एक बाद उन्होंने साफतौर पर कही है कि उनका मक़सद मोदी रथ को रोकना है और इसके लिए वह लड़ने को वह 500 गठबंधनों के साथ भी लड़ सकती हैं। साथ ही कहा कि वे अपने राज्य में काफी मजबूत हैं। सोनिया-राहुल से अहम मुलाकात के बाद राहुल के पीएम होने के सवाल पर  ममता बनर्जी ने काफी सतर्कता बरती। उन्होंने विपक्ष के प्रधानमंत्री उम्मीदवार होने के सवाल पर रविंद्र नाथ टैगोर की बांग्ला की एक पंक्ति सुनाई। इस पंक्ति का हिंदी में अर्थ है कि यहां ‘हम सभी राजा हैं।’ इस एक पंक्ति के कई मतलब निकाले जा सकते हैं।