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..जब एक साथ 4 मासूमों की उठीं अर्थियां, हर किसी के छलके आंसू

सेमरी गांव में पहुंचे जिलाधिकारी हीरालाल चार बच्चों की मौत के मामलों की जानकारी लेते हुए।

समरनीति न्यूज, बांदाः जिले के तिंदवारी क्षेत्र के सेमरी गांव में बीते 24 घंटे के भीतर चार मासूमों की मौत हो गई। इनमें तीन की जहरीले कीड़े के काटने से व एक बच्चे की स्कूल जाते समय रास्ते में अचानक उठे पेट दर्द से मौत हो गई। बताते हैं कि धीरू ( 11 ) पुत्र रामचंद्र प्रजापति गुरुवार सुबह गांव में स्थित प्राइमरी  स्कूल पढ़ने जा रहा था। इसी दौरान अचानक उसके पेट में दर्द उठा। स्कूल जा कर बच्चे ने अपने टीचर को बताया कि उसके पेट में बहुत दर्द है। इसके बाद टीचर ने उसको घर वापस भेज दिया।

तीन बच्चों की जहरीला कीड़ा काटने से और एक की स्कूल जाते समय पेट दर्द से हुई मौत  

वहां से परिवार के लोग अपने बच्चे को अस्पताल ले जा रहे थे कि इसी दौरान रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। परिवार वालों में कोहराम मच गया। शव को घर पर लाया गया। रोना-पीटना मचा हुआ था कि इसी दौरान गांव के ही

सेमरी गांव में पहुंचे सीएमओ व एसडीएम चार बच्चों की मौत के मामलों की जानकारी लेते हुए।

राममिलन वर्मा के 12 वर्षीय पुत्र दीपू की गुरुवार सुबह पड़ोस में खेलते समय जहरीले कीड़े के काटने से मौत हो गई। इन दो बच्चों की मौतों ने गांव के लोगों को हिलाकर रख दिया। बताया जाता है कि सेमरी गांव में ही बुधवार की शाम जहरीले कीड़े के काटने से शिवमोहन (13) पुत्र जगदीश व शिवम (12) पुत्र राजकुमार कुशवाहा की मौत हो गई थी। ये चारों बच्चे गांव के ही प्राइमरी स्कूल में पढ़ते थे।

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24 घंटे के भीतर चार-चार मौतों से पूरे गांव के लोग स्तब्ध हैं। वहीं गांव में एक साथ चार चिताएं जलने से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। जब बच्चों की अर्थी उठीं तो कोई भी अपने आंसू नहीं रोक सका। कोई किस्मत को कोस रहा था तो कोई अनहोनी को। गुरुवार का दिन सेमरी गांव में हुई घटनाओं को लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय रहा।

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वही  प्राथमिक विद्यालय में जब सभी छात्र अपने बीच एक साथ चार सहपाठी खोने की खबर सुनकर रोने लगे तो टीचर ने किसी तरह सबको संभाला। इसके बाद शोकसभा आयोजित करके अवकाश घोषित कर दिया। ये सभी बच्चे गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते थे। उधर, ग्राम प्रधान कमलेश बाजपेयी ने बताया है कि चारों मासूमों का बिना पोस्टमार्टम के गाँव में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उधर, घटना के बाद जिलाधिकारी हीरालाल के साथ एसडीएम और सीएमओ भी गांव पहुंचे।