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कानपुर में डीजीपी को फोन मिलाने के बाद सिपाही की पुलिस लाइन में संदिग्ध हालात में मौत से मचा हड़कंप

समरनीति न्यूज, कानपुरः पुलिस लाइन में तैनात एक हेड सिपाही की बैरक की छत से गिरकर संदिग्ध हालात में मौत हो गई। इससे महकमे में हड़कंप सा मच गया। जानकारी होने पर एसएसपी अनंत देव खुद मौके पर पहुंचे और पूरी स्थिति की जायजा लिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। सिपाही की मौत गिरने से हुआ हादसा है या सुसाइड या फिर किसी ने उसे धक्का देकर मार डाला है। इन सभी सवालों को लेकर अभी संशय बना हुआ है। उधर, पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया है।

औरैया का रहने वाला था हेड कांस्टेबिल  

मामला इसलिए सनसनीखेज बन गया है क्योंकि मौत से पहले हेड कांस्टेबिल ने जिन 10 लोगों को फोन मिलाया था, उनमें एक नंबर यूपी के पुलिस मुखिया (डीजीपी) का भी था। इसके अलावा आखिरी बार सजेती के एक टेंपो चालक का नंबर मिलाया था।

10 अगस्त को आखिरी बार हुई पत्नी से बात   

बताया जाता है कि औरेया जिले के दिबियापुर के रामगढ़ गांव के रहने वाले महेश सिंह भदौरिया (47) पुलिस लाइन में तैनात थे। वह हेड कांस्टेबल थे। बताते हैं कि वह पारिवारिक अनबन का बुरी तरह से शिकार थे। उनके बेटे ने अपने मन से एक दूसरे वर्ग की लड़की से शादी कर ली थी। इसी को लेकर वह बेटे और परिवार के बाकी लोगों से नाराज रहते थे। कुछ दिन पहले उन्होंने एसपी औरैया को अपने बेटों और पत्नी के खिलाफ प्रार्थनापत्र दिया था। पत्नी अर्चना की ओर से भी गुजारा भत्ता के लिए कुछ महीने पहले एसपी को प्रार्थनापत्र दिया गया था। यह सबकुछ चल ही रहा था कि इसी बीच बीती रात उन्होंने बैरक नंबर-1 के बाहर अपनी एक चादर को जला दिया। इसके बाद फोन लेकर वह बैरक की छत पर चले गए। कुछ देर बाद छत से गिरकर उनकी मौत हो गई।

पत्नी ने जताई अनहोनी की आशंका  

पिता की मौत की सूचना पर दोनों बेटे अपनी मां के साथ पुलिस लाइन पहुंचे। परिवार के लोगों का कहना है कि 10 अगस्त को उनकी आखिरी बार पत्नी से बात हुई थी। हालांकि उनकी पत्नी ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि महेश कूदकर जान कभी नहीं दे सकते। वह कायर नहीं थे और उनके साथ कुछ न कुछ अनहोनी हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। शाम को सिपाही के शव को गार्ड आफ आनर के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। अंतिम संस्कार के लिए परिजन शव लेकर घर रवाना हो गए।

एसएसपी बोले, पुलिस परिवार दुखी 

उधर, मामले में एसएसपी अनंत देव ने बताया है कि सिपाही की मौत से पूरा पुलिस परिवार दुखी है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है। कहा कि सिपाही को सजेती थाने से गैरहाजिर चलने के कारण लाइन हाजिर कर दिया गया था। बाद में बहाल भी हो गया था लेकिन नशे की लत की वजह से उसे थाने में पोस्टिंग नहीं दी जा रही थी।

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