समरनीति न्यूज, बांदा : कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्रदेश से लेकर देशभर में बातें हो रही हैं। वहीं जिला अस्पताल बांदा में डाक्टरों का हाल बेहाल है। इसका खुलासा आज शुक्रवार को जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में हो गया। दरअसल, डाक्टरों की लापरवाही और ड्यूटी से गायब रहने की शिकायतें लगातार मिलती रही हैं।
वेतन रोकने के साथ स्पष्टीकरण भी मांगा
ऐसे में आज जिलाधिकारी जिला पुरुष और महिला अस्पताल पहुंचे तो हालात चौंकाने वाले थे। जिला अस्पताल (पुरुष) में 2 डाक्टरों समेत 8 लोगों का स्टाफ ड्यूटी पर नहीं मिला। जिलाधिकारी ने मामले में सख्त रुख अपनाते हुए चिकित्सकों के वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा है कि सभी चिकित्सकों से स्पष्टीकरण तलब करे।
महिला अस्पताल में 6 डाक्टर गैरहाजिर
वहीं जिला महिला चिकित्सालय में 6 डाक्टर ड्यूटी से गैरहाजिर मिलीं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य सेवाएं कैसी होंगी। जिलाधिकारी को निरीक्षण के दौरान चौंकाने वाली बात यह पता चली कि कई हफ्तों से बिना बताए गायब हैं तो कुछ छुट्टी बोलकर निकल लिए हैं। जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह ने मामले में गंभीर रुख अपनाते हुए आठ चिकित्सकों का वेतन रोकने की कार्रवाई की है।
ये डाक्टर मिले अनुपस्थित
1- डा. केएल पांडेय
2- डा. टीआर सरसैया
3- डा. एसबी दोहरे
4- डा. एके राजपूत
5- डा. मुकेश कुमार
6- डा. सेवालाल सिंह
7- डा. सत्येंद्र सिंह
8- डा. अमित यादव
9- डा. विनय कुमार
10- डा. शिवचंद्र पटेल
11- डा. अशोक पटेल
सीएमओ ने दिया यह जवाब
बताया जाता है कि सीएमएस एसएन मिश्रा ने जवाब में बताया कि डा. केएल पांडेय कैंसर रोग से पीड़ित हैं जो चिकित्सा अवकाश लेकर अपने इलाज के लिए बाहर गए हैं। हालांकि, उनका अवकाश 24 सितंबर को समाप्त हो गया था। आज उनको ड्यूटी पर होना चाहिए था। वहीं डा. टीआर सरसैया के संबंध में बताया गया कि वह कोरोना पाजिटिव हैं।
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हालांकि, उनकी भी कोई छुट्टी की लिखित सूचना नहीं मिली। इसी तरह महिला अस्पताल में डा. चारु गौतम 19 सितंबर से लगातार अनुपस्थित मिलीं। डा. गौतम का कोई अवकाश प्रार्थना पत्र नहीं पाया गया। डा. तृप्ति, डा. सबीना, डा. रितंभरा भी अनुपस्थित मिलीं। डा. संजीव कुमार वर्मा व डा. पीके पांडेय को निरीक्षण के समय तक अनुपस्थित पाया गया। जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से अक्सर गायब रहने वाले कुछ डाक्टरों को जोर का झटका लगा है।
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