समरनीति न्यूज, लखनऊ/कानपुरः लगभग 28 दिन पहले लैब असिस्टेंट संजीत यादव के अपहरण और फिर हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी ने कानपुर में तैनात IPS अधिकारी अपर्णा गुप्ता, डिप्टी SP मनोज गुप्ता समेत 4 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही सीएम योगी ने फिरौती के पैसे दिए गए हैं या नहीं, इसकी जांच कराने के आदेश दिए हैं।
फिरौती की रकम दी या नहीं, होगी जांच
यह जांच पीएचक्यू में तैनात अपर पुलिस महानिदेशक वीपी जोगदंड को दी गई है। इसके अलावा बर्रा इंस्पेक्टर रणजीत राय तथा चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को भी निलंबित कर दिया है।
यह था पूरा मामला
दरअसल, अपहरण के इस मामले में अपह्रत संजीत के परिवार के लोगों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपए फिरौती दिलाई थी। साथ ही यह आश्वासन दिया था कि जब अपहरणकर्ता फिरौती की रकम लेने आएंगे तो उनको पकड़ लिया जाएगा और साथ ही संजीत को भी छुड़ा लिया जाएगा। परिजनों का कहना है कि बदमाश 30 लाख रुपए भी ले गए और पुलिस उनको पकड़ भी नहीं पाई। बाद में संजीत की हत्या कर दी गई।
अपह्रत की बहन का आरोप
अपह्रत संजीत की बहन का आरोप है कि उसके भाई की मौत के जिम्मेदार थाने के इंस्पेक्टर से लेकर अधिकारी तक हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस इस मामले में फिरौती दिए जाने की बात से इंकार कर रही है। वहीं परिवार का आरोप है कि उसने 30 लाख रुपए फिरौती दी है। इसके बाद भी संजीत की हत्या कर दी गई।
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