समरनीति न्यूज, बांदा : बुंदेलखंड में पंचायत चुनाव की डुगडुगी बज चुकी है और गांव-गांव में चौपालें भी सज गई हैं। पोस्टर-बैनर और वाल पेंटिंग्स प्रचार के सभी तौर-तरीके आजमाए जा रहे हैं। इन चुनावी सरगर्मियों के बीच बुंदेलखंड के बांदा मंडल मुख्यालय पर काफी कुछ बदला-बदला सा है। एक ओर भाजपा के कई माननीय फिलहाल रिश्तेदारों के जिला पंचायत के टिकट बचाने की जद्दोजहद में हैं तो वहीं कई राजनीतिक दलों के पुराने नेताओं की आहट ने राजनीतिक गुरुओं में खलबली मचा दी है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक का रातों-रात प्रचार-प्रसार तेज
शहर में कांग्रेस के पूर्व विधायक के होर्डिंग्स-पोस्टर्स ने 2022 विधानसभा में बड़े बदलाव की चर्चा को हवा दे दी है। दरअसल, बांदा के मुख्य चौराहों पर पूर्व कांग्रेस विधायक दलजीत सिंह के होर्डिंग्स-पोस्टर रातों-रात तेजी से लगे हैं। यही वजह है कि शहर में पूर्व विधायक का प्रचार-प्रसार जितनी तेजी से अचानक बढ़ा है, उससे आम लोग पंचायत चुनाव से ज्यादा 2022 की बदली तस्वीर को लेकर कयास लगाने लगे हैं।
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राजनीतिक के मंझे खिलाड़ियों की माने तो 2022 तक बांदा में राजनीतिक रूप से बहुत कुछ बदलेगा। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल अपने-अपने नेताओं के नाम-पते बदल सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा में बड़ी संख्या में माननीयों के टिकट कटने हैं। वहीं कांग्रेस में भी बांदा में कई सीट पर प्रत्याशियों को लेकर खलबली है। पूर्व विधायक का अगला कदम किस तरफ जाएगा, इसे लेकर बहस सी छिड़ गई है।
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