समरनीति न्यूज, वाराणसीः भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे अपने दो दिवसीय दौरे पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां प्रोटोकाल के अनुसार लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। हवाई अड्डे से महिंदा राजपक्षे सीधे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। वहां उन्होंने विधि विधान से भगवान की पूजा की। इस दौरान सुरक्षा के सख्त इंतजाम रहे। वहीं विधि विधान से पूजन और अनुष्ठान भी हुए।
सारनाथ का भ्रमण कर किया भगवान बुद्ध को नमन
साथ ही बाबा के दरबार के गर्भगृह में बैठकर अनुष्ठान में शामिल भी हुए। बाद में प्रसाद भी ग्रहण किया। इस दौरान मंदिर के अर्चक डा श्रीकांत और पांच वैदिक ब्राह्मणों ने श्रीलंकाई प्रधानमंत्री राजपक्षे को विशेष दर्शन-पूजन कराए।
दोपहर बाद सारनाथ का भ्रमण किया
वहां पूजन के बाद वह श्री काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन को भी पहुंचे। वहां उन्होंने आरती करते हुए पूजा की। इसके बाद श्री राजपक्षे होटल ताज में विश्राम को चले गए। इसके बाद दोपहर बाद सारनाथ भ्रमण पर पहुंचे। वहां भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में भ्रमण किया। वैभव को निहारते हुए संग्रहालय की डायरी में बौद्ध अनुयायियों के लिए इसे बेहद महत्वपूर्ण जगह लिखा। दर्शन पूजन के साथ ही भगवान बुद्ध को नमन किया। इस दौरान संग्रहालय से निकलने के दौरान उन्होंने डायरी में संदेश लिखा। संदेश में उन्होंने लिखा कि ‘मुझे संग्रहालय में जाने का मौका मिला, वाराणसी की यात्रा से बेहद खुशी है क्योंकि यह बौद्ध अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल का प्रतिनिधित्व करता है। यात्रा पर मुझे दिए गए आतिथ्य के लिए धन्यवाद। – महिंदा राजपक्षे’
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