समरनीति न्यूज, कानपुर/इटावाः जेल में वर्चस्व को लेकर बुधवार देर शाम दो कुख्यात बदमाशों के बीच हुई मारपीट में घायल कानपुर के डी-2 गैंग का सरगना मोनू पहाड़ी उर्फ राशिद की आज सुबह मौत हो गई है। बता दें कि इटावा जेल के भीतर बुधवार शाम को वर्चस्व को लेकर आगरा के कुख्यात बदमाश मुन्ना खालिद से उसका विवाद हुआ था। इसके बाद दोनों के गुर्गों में बवाल कदर भड़का कि जेल में उपद्रव हो गया। इस उपद्रव में मोनू पहाड़ी बुरी तरह से घायल हुआ था। इस उपद्रव में डिप्टी जेल के साथ-साथ करीब 1 दर्जन बंदी रक्षक भी घायल हुए थे। आज गुरुवार सुबह कानपुर में उसने दम तोड़ दिया।
आगरा के अपराधी मुन्ना खालिद से हुई थी भिड़ंत
बताया जाता है कि दोनों ही बदमाश अपने-अपने शहरों के कुख्यात अपराधी थे। दोनों को इटावा जेल में रखा गया, ताकि खुद के शहरों से दूर रहें और आपराधिक गतिविधियां न चला सकें। दोनों ने इटावा जेल में अपना वर्चस्व बनाने के लिए बवाल शुरू कर दिया। दोनों में तनातनी चल रही थी। इसी दौरान बुधवार देर शाम भिड़ंत हो गई।
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अपने-अपने गुट के बंदियों के साथ एक-दूसरे पर हमला बोला। बचाव में आए डिप्टी जेल और बंदी रक्षक भी मारपीट में बुरी तरह से घायल हुए। गंभीर रूप से घायल मुन्ना खालिद और मोनू पहाड़ी, घायल लंबरदार तथा बंदी रक्षकों को सैफई कालेज भेजा गया था। बाद में मोनू पहाड़ी की हालत गंभीर होने के बाद उसे जिला अस्पताल भेजा गया। वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बताते हैं कि इससे जेल में तनावपूर्ण माहौल हो गया है। एसएसपी इटावा आकाश तोमर का कहना है कि वर्चस्व को लेकर विवाद हुआ था। स्थिति अब सामान्य है।
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