समरनीति न्यूज, वाराणसीः आज के इस दौरान क्रिकेट एक ऐसा खेल बन चुका है जिसे देखकर और सुनकर लोगों की भीड़ जहां की तहां दिल थामकर खड़ी हो जाती है। ऐसे में अगर आपको अनोखा क्रिकेट देखने को मिल जाए तो उसका आनंद ही कई गुना बढ़ जाएगा। हम एक ऐसे ही क्रिकेट मैच की बात कर रहे हैं जो सामान्य क्रिकेट से एकदम जुदा है। इस क्रिकेट मैच में खिलाड़ी क्रिकेट की पारंपरिक वेशभूषा सफेद लोवर-टी-शर्ट की बजाय धोती-कुर्ता पहनकर चौके-छक्के लगाते नजर आए। इतना ही नहीं, एक दिलचस्प बात यह भी है कि मैच की कमेंट्री भी संस्कृत में हुई। अब इतना कुछ होने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि खेल कितना मनोरंजक होगा।
संस्कृत में कमेंट्री सुनकर दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
दरअसल, हम बात कर रहे हैं वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में मंगलवार को हुए एक बेहद अनोखे क्रिकेट मैच की। इस मैच में खिलाड़ी क्रिकेट की पारंपरिक ड्रेस छोड़कर धोती-कुर्ता पहनकर मैदान में खेलते नजर आए। मैच की कमेंट्री भी अंपायरों ने संस्कृत में की।
सिल्वर जुबली पर हुआ आयोजन
बताया जा रहा है कि संस्कृत यूनिवर्सिटी की सिल्वर जुबली के मौके पर इस मैच का आयोजन हुआ। इसे देखने बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे। दर्शकों को सबसे ज्यादा जिस बात ने मंत्रमुग्ध किया वो थी संस्कृत में कमेंट्री। संस्कृत भाषा में कमेंट्री सुनकर दर्शक बेहद रोमांचकारी महसूस कर रहे थे।
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कई दर्शकों ने कहा कि उनके जीवन का यह पहला सुखद अनुभव रहा। बता दें कि इस अनोखे क्रिकेट टूर्नामेंट में पांच संस्कृत विद्यालयों की टीमों ने मैच खेले। खिलाड़ियों का उत्साह देखते बन रहा था। वहीं दर्शक भी दिल थामकर बैठे रहे।
अंपायरों ने भी पहने भारतीय कपड़े
मैच की एक और खास बात यह रही कि अंपायरों ने भी इस दौरान भारतीय पारंपरिक कपड़े पहने हुए थे। इस मैच की अंपायरिंग करने वालों में पूर्व रणजी खिलाड़ी धीरज मिश्रा और संजीव तिवारी शामिल रहे।
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सबसे अच्छी बात यह सामने आई कि इस दौरान धोती-कुर्ता पहने बल्लेबाजों बैटिंग और रन लेने के अलावा फिल्डिंग में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आई। सभी आराम से खेलते नजर आए।