समरनीति न्यूज, कानपुर/बांदाः आज बुधवार सुबह एसटीएफ (STF) के साथ मुठभेड़ में मारे गए मोस्ट वांटेड विकास के दाहिने हाथ बन चुके अमर दुबे की उम्र मात्र 23 साल थी। बीती 29 जून को ही उसकी शादी हुई थी। बताते हैं कि लड़की वालों पर दवाब बनाकर उसकी घर में ही शादी कराई गई थी। दुल्हन के हाथों की मेहंदी भी अभी नहीं छूटी थी कि अपराध की दुनिया में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के संरक्षण में फल-फूल रहे अमर ने अपने आका के साथ 2 जुलाई की रात पुलिस टीम पर गोलियां बरसाईं।
एक इंस्पेक्टर और सिपाही भी घायल
कानपुर के बिकरु में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में वह न सिर्फ नामजद था, बल्कि उसका पोस्टर भी पुलिस ने मंगलवार को ही जारी किया था।
ये भी पढ़ेंः यूपीः 4 IPS के तबादले, STF से भी गए अनंतदेव, 2 महानगरों के SSP भी बदले गए
उसके सिर पर 25 हजार का ईनाम था। अब उसके एसटीएफ के हाथों मारे जाने के बाद परिवार में दुख और गम है तो बूढ़ी दादी का रो-रोकर बुरा हाल है। दादी सर्वेश्वरी का कहना है कि विकास ने उसके परिवार को बर्बाद ही कर डाला।
हमीरपुर में सुबह साढ़े 6 बजे करीब एनकाउंटर
बताते चलें कि बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में आज बुधवार सुबह 6 बजे उसकी एसटीएफ से मुठभेड़ हुई। 23 की उम्र में 25 हजार के ईनाम वाले इस कम उम्र के अपराधी ने पुलिस पर तमंचे से गोलियां चलाना शुरू कर दिया। पुलिस का कहना है कि वह मौदहा में अपने एक रिश्तेदार के घर पर छिपने जा रहा था।
कानपुर में पुलिस की एक और गुर्गे से मुठभेड़
इसी बीच एसटीएफ ने उसे घेर लिया। बदमाश की गोली से मुठभेड़ में मौदहा के इंस्पेक्टर मनोज शुक्ला के अलावा एसटीएफ के सिपाही को भी गोली लगी है। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। उधर, कानपुर में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विकास के एक और गुर्गे श्यामू बाजपेयी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। श्यामू पर भी 25 हजार का ईनाम था। बताते हैं कि वह भागने की तैयारी में था। उसे वाहन चेकिंग के दौरान चौबेपुर में पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की। इसपर बदमाश ने पुलिस पर गोली चलाई, जवाब में पैर में गोली लगने पर गिर पड़ा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके हैलट में भर्ती कराया है।
ये भी पढ़ेंः ब्रेकिंग न्यूजः हमीरपुर में STF से मुठभेड़ में मोस्ट वांटेड विकास का दाहिना हाथ अमर दुबे ढेर