
समरनीति न्यूज, बांदा : एसपी और डीआईजी बंगले के सामने स्थित बांदा का जिला अस्पताल अब सुरक्षित नहीं रह गया है। अस्पताल में चोरों और टप्पेबाजों का गैंग पूरी तरह सक्रिय है। सोमवार को टप्पेबाजों ने डाक्टर और तीमारदार दोनों को चूना लगा दिया। बताते हैं कि जिला अस्पताल के हड्डी विशेषज्ञ की कार पंचर कर टप्पेबाजों ने पर्स, नगदी और मोबाइल पार कर दिया। इतना ही नहीं एक तीमारदार को भी टप्पेबाजों ने निशाना बनाया।
बताते चलें कि दो दिन पहले भी टप्पेबाज एक तीमारदार के 10 हजार रुपए पार कर ले गए थे। आज की घटना ने सनसनी फैला दी। बताते हैं कि कार के टायर पर टप्पेबाजों ने चाकुओं से उसे पंचर किया। घटना से सभी हैरान हैं। अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे न लगे होने के कारण भी घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है। सुरक्षाकर्मी भी तैनात नहीं रहते हैं।
डाक्टर के ड्राइवर के साथ-साथ तीमारदार भी बना शिकार
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में तैनात हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनय यादव ओपीडी में बैठे मरीज देख रहे थे। बाहर अस्पताल परिसर में खड़ी उनकी कार में ड्राइवर कुलदीप बैठा था। बताते हैं कि इसी बीच एक टप्पेबाज ड्राइवर के पास पहुंचा। बोला, कि कार का पिछला पहिया पंचर है। चालक कुलदीप जैसे ही कार से नीचे उतरा तो पास में खड़ा टप्पेबाज कार से बैग और ड्राइवर का मोबाइल, पर्स लेकर फरार हो गया।
दो दिन पहले भी तीमारदार के उड़ा लिए थे 10 हजार
ड्राइवर ने जाकर डॉक्टर यादव को भी दी। तब तक टप्पेबाज फरार हो चुके थे। टप्पेबाजों ने इसी दौरान एक और मरीज को शिकार बना लिया। टप्पेबाज आदित्य पुत्र श्रीचंद्र प्रजापति निवासी सिमनौड़ी हमीरपुर की जेब से भी पर्स ले निकले। लगातार हो रहीं घटनाओं से साफ है कि जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था न के बराबर है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिला अस्पताल के पास ही डीआईजी और एसपी का बंगला भी है। पास में सिविल लाइन पुलिस चौकी है।
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