मनोज सिंह शुमाली, ब्यूरो : बेहद कम समय में अधिवक्ता से भारतीय जनता पार्टी का बांदा जिलाध्यक्ष बनना। फिर विधायक और अब मंत्री बन जाना। यहां कोई चमत्कार नहीं, बल्कि बांदा के राज्यमंत्री रामकेश निषाद की सफलता की कहानी है। बुंदेलखंड की वीपी सिंह वाली वीआईपी सीट कही जाने वाली तिंदवारी विधानसभा-232 से जीत दर्ज कराने वाले रामकेश, योगी सरकार-02 में राज्यमंत्री बनाए गए हैं। बेहद कम समय में राजनैतिक एवं जातीय समीकरणों के चलते एक के बाद एक कामयाबी की बुलंदी छूने वाले रामकेश निषाद पर सभी की नजरें टिकी हैं।
पार्टी के भरोसे पर कितना खरे उतरेंगे, यह बड़ा सवाल
वह पार्टी के भरोसे को कितना संजो पाएंगे या कितना खरे उतरेंगे आज यह सवाल बुंदेलखंड, खासतौर पर बांदा में हर किसी के दिलो-दिमाग में चल रहा है। दरअसल, क्षेत्र की जनता को उनसे काफी उम्मीदें हैं। वह जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री बनाए गए हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाला यह विभाग बेहद अहम है। यही वजह है कि इसकी जिम्मेदारी अबकी बार खुद भाजपा के कद्दावर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को सौंपी गई है। वह विभाग के मुखिया बनाए गए हैं।
PM मोदी-CM योगी की प्राथमिकता में जलशक्ति विभाग
स्वतंत्र देव सिंह बुंदेलखंड से गहराई से जुड़े हैं। यहां की नस-नस से वाकिफ हैं। इसी विभाग में एक राज्यमंत्री दिनेश खटीक भी हैं। फिर तीसरे नंबर रामकेश हैं। अब बुंदेलखंड के मंत्री के तौर पर रामकेश निषाद को खुद को साबित करने का बड़ा मौका मिला है। कई वरिष्ठ और अनुभवी जनप्रतिनिधियों को किनारे करते हुए उनको मंत्री बनाया गया है।
मोदी-योगी के दौर में खुद को साबित करना है बड़ी चुनौती
हालांकि, इसमें कोई दो राय नहीं है कि उन्हें मंत्री बनने में जातीय समीकरणों का बड़ा फायदा मिला है। ठीक वैसे ही, जैसे जीत में मोदी और योगी की प्रचंड आंधी में इस बार भी बाकी नेताओं की नैय्या विजयश्री के तट पर पार लगी। इसलिए अगर वह सफलता को संभाल नहीं पाए, जीत के अतिविश्वास में बह गए तो शायद उनको दोबारा मौका नहीं मिलेगा। क्योंकि, यह मोदी और योगी का दौर है। इसमें काम करने वाले मंत्री ही टिकेंगे। आगे समय बताएगा..
राज्य मंत्री रामकेश निषाद के प्रोफाइल पर यह एक नजर..
जिले के पैलानी डेरा के मूल निवासी रामकेश निषाद विधि स्नातक हैं। वह 47 वर्ष के हैं। वर्ष 2013 में जिला कार्यसमिति सदस्य रहे। 2016 में भाजपा जिला उपाध्यक्ष बनाए गए। हालांकि, तबतक उनको कोई ज्यादा पहचान नहीं मिली थी। 23 जनवरी 2020 में भाजपा का जिलाध्यक्ष बनाया गया। तब एकाएक वह चर्चा में आए। मोदी-योगी की लहर में 2022 में करीब 28 हजार वोटों से जीते। अब प्रदेश सरकार में इन्हें जलशक्ति विभाग में राज्यमंत्री बनाया गया है। परिवार में पत्नी रामजानकी व दो पुत्र जय प्रकाश और पार्थ तथा एक पुत्री प्रभा हैं।
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