समरनीति न्यूज, बांदा : मध्यप्रदेश के रामपुर में अवैध बालू खनन और वहां के ओवरलोड ट्रकों का बांदा जिले की सीमा से होकर गुजरने को लेकर भाजपा और सपा आजकल आमने-सामने हैं। दोनों पार्टियों में एमपी का रामपुर और वहां के बालू खदान इस समय बातों में खूब उछल रहे हैं। कुछ दिन पहले सपा नेता ने प्रेसवार्ता करते हुए भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए। वहीं भाजपा नेताओं ने सपा नेताओं के कारनामे गिनाए हैं। बस इसी के बाद से मध्यप्रदेश के रामपुर को तूल मिल गया है।
दो अधिकारी सस्पेंड, फिर नहीं सुधरा खनिज विभाग
आरोप लगाने वाले सपा नेताओं का कहना है कि बिना रवन्ना वाले एमपी के रामपुर के अवैध बालू खनन के ओवरलोड ट्रक रात में बांदा जिले से बेरोकटोक गुजरते हैं। बड़े पैमाने पर बालू की चोरी हो रही है। बिना किसी सत्ताधारी दल के नेता के संरक्षण में ऐसा संभव नहीं है। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि सबकुछ दबा रहे, इसलिए बीच-बीच में कुछ वाहनों को पकड़ा जाता है। इससे लगता है कि बड़ा रैकेट काम कर रहा है।
बताते चलें कि बांदा के गिरवां और मटौंध थाना क्षेत्रों की सीमा से मध्यप्रदेश का बार्डर टच करता है। हमेशा से दोनों थाने अवैध खनन के एमपी के वाहनों की इंट्री को लेकर बदनाम रहे हैं। पूर्व में थाना पुलिस पर एक्शन भी लिया गया है। यहां तक की दो-दो खनिज अधिकारी निलंबित भी हो चुके हैं।
बीच-बीच में कार्रवाई कर चुप्प हो जाता RTO विभाग
यह बात और है कि इसके बाद भी खनिज विभाग के अधिकारी या बाबओं की कार्यशैली बदली नहीं है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर किस नेता के संरक्षण में यह खेल चल रहा है..? सभी की जुबान पर यह सवाल है। आरटीओ विभाग के अधिकारियों से बात नहीं हो सकी। हालांकि, विभाग इस मामले में सुस्त ही नजर आता है।
अधिकारी सड़क पर उतरकर वाहनों की चेकिंग कर कार्रवाई करते हैं, लेकिन लोगों का मानना है कि यह कार्रवाई ऊंठ में मुंह में जीरा या कहिए, कि सिर्फ दिखावे के लिए होती है। या फिर कार्रवाई हेलमेट और तीन सवारियों तक ही सीमित रह जाती है। असल मुद्दे से आरटीओ विभाग मुंह फेरे रहता है। यानी ओवरलोडिंग। अब देखना यह है कि मध्यप्रदेश का रामपुर यूपी के बांदा में क्या गुल खिलाता है।
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