समरनीति न्यूज, बांदा : जिले में तेज रफ्तार बाइक और उनकी मोडिफाई साइलेंसरों की कानू फोड़ू आवाजें लोगों के लिए सिरदर्द बनी हैं। हाल यह है कि तेज रफ्तार बाइकों पर कुछ युवक खुलेआम फर्राटा भरते हैं। लोगों को इससे काफी दिक्कतें होती हैं। इतना ही नहीं हर समय हादसे का डर बना रहता है। हाल यह है कि कुछ आवारा किस्म के युवाओं ने स्कूटी तक के साइलेंसर तेज आवाज वाले कराकर लोगों को परेशान कर रखा है। सबसे ज्यादा बुरी हालत शहर के पाश इलाकों की है। इनमें बांदा की डीएम कालोनी रोड सबसे पहले नंबर पर है।
यातायात पुलिस और आरटीओ विभाग की लापरवाही हो रही उजागर
इसकी वजह है कि सबसे ज्यादा कोचिंग इसी डीएम कालोनी रोड पर हैं। ऐसे में युवकों का जमावड़ा और तेज रफ्तार बाइकों की आवाजाही ज्यादा होती है। कई बार हादसे हो जाते हैं, तो कई बार होते-होते बच जाते हैं। बाइक सवार काल बनकर दौड़ते हैं।
DM का आवास और विधायक का कार्यालय भी, फिर भी टूटते नियम
उधर, यातायात पुलिस, आरटीओ विभाग की हालत यह है कि कभी इसपर ध्यान नहीं दिया जाता। कोतवाली पुलिस की ढिलाई भी समझ से परे हैं। कोचिंग आने वाली लड़कियों को भी काफी दिक्कतें होती हैं। विडंबना है कि जिलाधिकारी का बंगला भी इसी रोड पर और सदर विधायक का कार्यालय आवास भी। इसके बावजूद यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ती देखी जा सकती हैं।
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