समरनीति न्यूज, ब्यूरो : थाने में दुष्कर्म पर यूपी की योगी सरकार घिरी नजर आ रही है। मामला भी बड़ा है। कानून व्यवस्था को लेकर तमाम दावों के बीच ललितपुर जिले के पाली थाने में एक नाबालिग लड़की के साथ जो कुछ भी हुआ, वह छोटी बात नहीं है। कानून व्यवस्था में सुधार के बुल्डोजर वाले हो-हल्ले के बीच इस तरह की चीखें दबी नहीं रह सकती हैं। ललितपुर में जिस तरह से पुलिस का घिनौना और भद्दा चेहरा सामने आया है, उससे सरकार भी असहज है। विपक्षी नेताओं ने जमकर सरकार पर हमला बोला है और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उठाने भी चाहिए। इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी।
अखिलेश यादव पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे
दरअसल, यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार प्रदेश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने में जुटी है। विपक्ष सवाल उठा रहा है, क्या यह प्रयास सिर्फ बुल्डोजर के शोर तक ही सीमित हैं। अब जनता भी यही सोचेगी। दरअसल, दो दिन पहले हिस्ट्रीशीटर की बेटी की पुलिस दबिश में मौत हो गई। परिवार के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने पीटकर उसे मार डाला।
प्रियंका गांधी और शिवपाल ने उठाए सवाल
उसके बाद ललितपुर में हुई इस घटना ने सबका सिर शर्म से नीचा कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पीड़ित परिवार से मिलने ललितपुर पहुंचे हैं। उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि ‘बुलडोजर’ के शोर में कानून-व्यवस्था के असल सुधारों को दबाया जा रहा है।
महिला समेत 3 आरोपी गिरफ्तार, बाकी फरार
दरअसल, पाली थाने में हुई दुष्कर्म की इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने पीड़िता की मौसी समेत 3 आरोपियों का गिरफ्तार करने का दावा किया है। आरोपी एसएचओ तिलकधारी सरोज समेत बाकी आरोपी फरार हैं। मामला जितनी तेजी से तूल पकड़ रहा है, उससे तो यही लगता है कि पुलिस जल्द ही बाकियों को भी गिरफ्तार कर लेगी। लेकिन इस घटना ने वाकई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
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