रोशनी इसरानी, बांदा : सफाई के नाम पर अपनी खुद छाती पीट-पीटकर वाहवाही बटोरने में माहिर बांदा नगर पालिका का भगवान ही मालिका है। पालिका में बैठे जिम्मेदारों को जनता की सुविधाओं की कितनी चिंता है, यह किसी से छिपा नहीं है। पालिका की लापरवाही का एक नमूना सोमवार को देखने को मिला।
व्यस्त समय में सफाई का काम
वर्किंग आवर में सुबह 11 बजे शहर की वीवीआईपी रोड, डीएम कालोनी के नाले की सफाई का काम शुरू किया। सड़क पर कीचड़ फैला दिया गया। सड़क को बंद कर दिया। लोगों को जान खतरे में डालते हुए किसी तरह निकलना पड़ा।
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एक डर फिसलकर गिरने का और दूसरा कीचड़ गिरने का। जिलाधिकारी से लेकर सिटी मजिस्ट्रेट तक सभी बड़े अधिकारी इस रोड से गुजरते हैं। यही काम अगर जल्द सुबह या रात के वक्त कर लिया जाए तो क्या दिक्कत है।
कचेहरी के भी लोग इसी रोड से जाते हैं। इसके बावजूद जनता को दिक्कत हो रही है और किसी को फुर्सत नहीं। हालांकि, शहर के कई नाले जाम पड़े हैं, लेकिन इस नाले की सफाई नियमतः होती है। इसकी वजह है कि जितना काम नहीं होता उससे ज्यादा ढिंढौरा पिट जाता है। सदर विधायक का कैंप आवास भी यहीं हैं। ऐसे में नगर पालिका शायद यह जताना जरूरी समझता है कि पालिका अपना काम कर रही है। वहीं शहर के बाकी पाश इलाकों में कूड़ा पड़ा सड़ता रहे, पानी भरा रहे, नाले जाम रहे तो कोई दिक्कत नहीं।
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