
आशा सिंह, लखनऊ : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर प्रदेश के 10 जेल कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं इन बर्खास्त जेल बंदी रक्षकों से अब वेतन और भत्तों की वसूली भी होगी। यह सख्त कार्रवाई सीएम योगी के आदेश पर हुई है। दरअसल, ये बंदी रक्षक फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे भर्ती हुए थे। जांच में ये दोषी पाए गए। बताया जाता है कि बर्खास्त हुए जेलकर्मी खेलकूद, होमगार्ड के लिए फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर भर्ती हुए। बाद में विजिलेंस की जांच में दोषी पाए गए।
2007 में हुई थी 18 बंदी रक्षकों की भर्ती
दरअसल, मामला वर्ष 2007 में 18 बंदी रक्षकों की भर्ती से जुड़ा है। जांच में 8 बंदी रक्षकों को पहले बर्खास्त किया जा चुका है। 10 को अब बर्खास्त किया गया है। बताते चलें कि योगी सरकार फर्जीवाड़ा करके सरकारी नौकरी पाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। आज बर्खास्त किए गए बंदी रक्षकों में प्रवीण कुमार, संयोग लता, दिनेश कुमार, परिक्रमा दीन, अनिल यादव, आनंद प्रकाश, राजकिशोर, दान सिंह, संजय कुमार तथा शिव बहादुर का नाम शामिल हैं।
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