समरनीति न्यूज, कानपुरः कानपुर में सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों के शहीद होने के मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। पुलिस अधिकारियों ने एसओ चौबेपुर विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया है। वहीं STF उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मामले में आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि चौबेपुर प्रभारी विनय तिवारी को विकास दुबे के घर दबिश मामले में शिथिलता बरतने के साथ ही दबिश की सूचना लीकआउट करने के संदेह में निलंबित कर दिया गया है। उधर, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, एडीजी ला एंड आर्डर तथा आईजी एसटीएफ के कानपुर में कैंप करने से इस मामले में जांच और कार्रवाई की रफ्तार कहीं ज्यादा तेज गति से चल रही है।
पुष्पराज सिंह को बनाया नया एसओ
पुलिस महानिरीक्षक (कानपुर) मोहित अग्रवाल ने जानकारी दी है कि एसओ विनय तिवारी को पुलिस छापेमारी को लेकर सूचना इधर-उधर करने के संदेह में सस्पेंड किया गया है। उन्होंने कहा है कि अगर जरूरत पड़ेगी तो एसओ के खिलाफ मामला भी दर्ज किया जाएगा। साथ ही यह भी कहा कि अगर किसी की संलिप्तता मिलती है तो उसके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जाएगी। बहरहाल, एसटीएफ जहां पूर्व एसओ विनय तिवारी से पूछताछ कर रही है। वहीं दूसरी ओर चौबेपुर का नया एसओ कृष्णा मोहन राय को बना दिया गया है। इसी तरह बिल्हौर के सीओ के पद पर संतोष कुमार सिंह की तैनाती की गई है।
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मामले की जांच में तेजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कानपुर पुलिस ने 500 से ज्यादा मोबाइल नंबर खंगालना शुरू कर दिया है। मामले में पुलिस की 100 टीमें बदमाशों की तलाश में लगी हैं। वहीं दूसरी ओर मुख्य अपराधी विकास दुबे पर पुलिस ने 50 हजार का ईनाम घोषित कर दिया है। कहा जा रहा है कि चौबेपुर थाने के पूर्व इंचार्ज विनय तिवारी इस वक्त एसटीएफ की हिरासत में हैं। दरअसल, एसटीएफ के बाद विकास दुबे की काल डिटेल है, जिसमें कई पुलिस कर्मियों के फोन नंबर भी हैं। इसलिए आने वाले दिनों में कुछ और लोग कार्रवाई की जद्द में आ सकते हैं।