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काशी में नई पहल, देवी मंदिर में बलात्कारियों के प्रवेश पर रोक

rapist ban in kashi temple

समरनीति न्यूज, लखनऊ/वाराणसीः धर्म की नगरी काशी में एक सामाजिक संस्था ने नई पहल की है। अब बलात्कारियों के लिए देवी मंदिरों के द्वार बंद कर दिए गए हैं। इसके लिए वाकयदा पोस्टर लगाकर बलात्कारियों को सचेत किया गया है। बुधवार को वाराणसी में कालिका गली में कालरात्रि मंदिर में यह नई पहल शुरू की गई है। खास बात यह है कि दुष्कर्मियों के साथ ही बहू-बेटियों का सम्मान न करने वाले और बेटियों के जन्म पर दुखी होने वाले लोगों का भी प्रवेश मंदिर में निषेध यानि प्रतिबंधित किया गया है। इस पहल की लोगों से खूब सराहना मिल रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे प्रयासों से लोगों की मानसिकता बदलेगी।

पोस्टर लगाकर किया सचेत

मंदिर के मुख्य द्वार पर बाकयदा प्रवेश निषेध वाले पोस्टर भी चिपकाए गए हैं। मुख्य द्वार समेत गर्भगृह में भी यह पोस्टर चिपकाए गए हैं।

rapist ban in kashi temple

बताया जाता है कि मंदिर में पोस्टरों में साफ लिखा है कि बेटियों का सम्मान न करने वाले, उनके जन्म पर दुखी होने वाले और दुष्कर्मियों का मंदिर में प्रवेश निषेध यानि प्रतिबंधित है।

सभी मंदिरों में पोस्टर की तैयारी

यह शुरुआत स्थानीय नागरिकों व मंदिर के पुजारी समेत दर्शनार्थियों ने इसका भरपूर समर्थन किया है। बताते हैं कि शहर के अन्य देवी मंदिरों में भी इस तरह की पहल शुरू करने की तैयारी चल रही है। मंदिर के पुजारी श्रीनाथ तिवारी का कहना है कि आज बच्चियों के साथ जो अनर्थ हो रहा है, उससे मन व्यथित हो चुका है और यही वजह है कि यह शुरूआत की गई है। साफ कहा गया है कि मंदिर में ऐसे लोग प्रवेश न करें जिनके मन में दुर्भावना हो।

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