मनोज सिंह शुमाली, ब्यूरो : UP Election 2022 उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल मैदान में उतर चुके हैं। पहले चरण के मतदान के बाद तो प्रचार-प्रसार और तेज करते हुए सभी दलों ने अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं हर कोई वोटर के मिजाज को भांपने में लगा है, जो आसान नहीं है। इसी बीच एक बात खुलकर सामने आ रही है। इस बार बुंदेलखंड का मुसलमान वोटर बहुजन समाज पार्टी से ठिठका चुका है। इसकी वजह पार्टी की वह छवि है, जिसमें उसे बीजेपी की B-टीम माना जा रहा है। दरअसल, सोशल मीडिया और आम चर्चा में यह बात काफी जोर पकड़ चुकी है कि मायावती और उनकी पार्टी बीजेपी की B-टीम बन चुकी है। इस फैक्टर ने चुनाव की पूरी गणित बदल दी है।
चुनाव से पहले से लोगों के बीच इसपर चर्चा
ऐसा नहीं कि यह चर्चा चंद रोज की बात है, बल्कि चुनावों से महीनों पहले से बसपा को लेकर यह B-टीम वाली बात चलती रही है। अब तो लोग यह मानकर चल रहे हैं कि अगर विधानसभा चुनाव 2022 में अगर बीजेपी को सरकार बनाने के लिए कुछ दिक्कतें भी आईं तो मायावती समर्थन देकर साथ दे सकती हैं।
यानी, सरकार बनाने में सीटें कम पड़ी तो बीजेपी को मायावती अपना समर्थन दे सकती हैं। ऐसे में मुसलमान वोटरों का बसपा से ठिठकना स्वभाविक है। क्योंकि एक बात तो साफ है कि इस समय मुसलमान उसी के साथ जाएगा जो बीजेपी को हराएगा।
बीजेपी को हराने में सपा या कांग्रेस से उम्मीद
शायद इसीलिए मुसलिम वोटर बसपा पर भरोसा करने को तैयार नहीं है। वह सपा और कांग्रेस की ओर उम्मीद भरी नजर से देख रहा है।
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यह कहना गलत नहीं होगा कि इस चुनाव में मुसलमान बसपा नहीं, बल्कि सपा और कांग्रेस के साथ खड़ा नजर आ रहा है। कांग्रेस की सुस्ती और देरी के चलते सपा को पहली पसंद बना सकता था।
बांदा की चार सीटों पर भी यही फैक्टर
बांदा की सदर, तिंदवारी और नरैनी सीटों पर भी ऐसी ही बातें निकलकर सामने आ रही हैं। जानकारों का कहना है कि इन सीटों पर भी यही फैक्टर असर डालेगा। बताते हैं कि बांदा सदर, तिंदवारी, नरैनी और बबेरू विधानसभा सीटों पर अच्छी-खासी संख्या में मुसलिम वोटर हैं।
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जहां तक बीएसपी के बीजेपी की B-टीम के रूप में होने की बात करें, तो इस तरह की चर्चाएं तो काफी समय से उठ रही हैं। लेकिन कभी बसपा सुप्रीमो या किसी पार्टी के किसी नेता द्वारा इस बारे में स्थिति साफ नहीं की गई है। यही वजह रही कि मुस्लिम वोटर अब बीएसपी पर विश्वास करने को तैयार नहीं है। देखना होगा कि यह B-टीम का फैक्टर विधानसभा 2022 में बीएसपी की जीत पर क्या असर डालेगा।