Saturday, April 27सही समय पर सच्ची खबर...

चरैवेति-चरैवेति के सिद्धांत को अपनाकर देश व समाज की उन्नति में भागीदार बनें छात्र – राम नाईक

बांदा कृषि विश्वविद्यालय में चतुर्थ दीक्षांत समारोह में राज्यपाल राम नाईक को स्मृति चिन्ह भेंट करते कुलपति डा. एसएल गोस्वामी व मुख्य अतिथि डा. एसएन पुरी।

समरनीति न्यूज, बांदाः आज जिन छात्रों ने उपाधियां प्राप्त कर ली हैं उन्होंने अपने जीवन का एक बेहद महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर लिया है। अब उनको अपने जीवन की एक नई यात्रा आरंभ करनी है और इस नई यात्रा में वे सभी चरैवेति-चरैवेती के सिद्धांत को जीवन में अपनाएं और देश व समाज की उन्नति के लिए कार्य करें। ये बातें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहीं। श्री नाईक आज यहां बांदा कृषि विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने आए हुए थे।

बांदा कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे यूपी के राज्यपाल का छात्रों को उन्नति का मंत्र  

इस दौरान राज्यपाल श्री नाईक ने कहा कि जो चलता रहता है उसका ही भाग्य चलता है। अगर आप सबको भी सूर्य की तरह प्रकाशवान बनना है तो सूर्य की तरह निरंतर चलते रहें। उन्होंने कहा कि ये दुनिया बहुत बड़ी है लेकिन अब दुनिया सबके नजदीक आ रही है।

बांदा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र को उपाधि प्रधान करते राज्यपाल रामनाईक।

उदाहरण देते हुए श्री नाईक ने कहा कि महाराष्ट्र के कोंकण का आम, अलफांसो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है क्योंकि इस आम को पैदा करने वाले किसानों ने दुनियाभर में इसकी पहुंच बनाई। इसी तरह आप सब भी अपने उत्पादों की ब्रांडिंग करें।

ये भी पढ़ेंः आधार पर सुप्रीमकोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला: अब बैंक, परीक्षाओं और मोबाइल के लिए अनिवार्य नहीं ‘आधार कार्ड’

कहा कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए अध्यनरत रहें। अपने लक्ष्य को पाने के लिए अध्यन में रूचि बनाए रखें। राज्यपाल श्री नाईक ने कहा कि कड़ी प्रतिस्पर्धा के इस दौर में आगे जाने के लिए कभी सार्टकट न अपनाएं। श्री नाईक ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में महिलाओं का महत्वपूर्ण योग्यदान है।

बांदा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में मौजूद छात्र।

कहा कि मेरठ कृषि विश्वविद्यालय में 58 फीसद मैडल छात्राओं को प्राप्त हुए हैं लेकिन बांदा कृषि विश्वविद्यालय में छात्राओं की सहभागिता नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां भी छात्राओं की सहभागिता को बढ़ाया जाना चाहिए। राज्यपाल राम नाईक ने इस मौके पर बीएससी आनर्स कृषि तथा बीएससी आनर्स उद्यान के छात्रों के स्वर्ण पदक, रजत पदक तथा कांस्य पदक प्रदान किए।

इस दौरान कार्यक्रम के अतिथि पूर्व कुलपति केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इंफान (मणिपुर) डा. एसएन पुरी ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि को पशुपालन से जोड़े बिना किसान की आमदनी को नहीं बढ़ाया जा सकता है।

ये भी पढ़ेंः प्रमोशन में अनुसूचित जाति/जनजाति के कर्मचारियों को मिलता रहेगा आरक्षण – सुप्रीम कोर्ट

कहा कि इस क्षेत्र में (बुंदेलखंड) में वर्षा कम होती है इसलिए यहां कम वर्षा में अच्छी पैदावार वाली फसलों का उत्पादन करें। कुलपति डा. एसएल गोस्वामी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इस दौरान कुलपति ने मुख्य अतिथि व राज्यपाल श्री नाईक को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया।

कार्यक्रम के शुभारंभ राज्यपाल श्री नाईक ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस मौके पर जिलाधिकारी हीरालाल, एसपी एस. आनंद, सीएमओ डा. संतोष कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश सिंह, विश्वविद्यलय के मीडिया प्रभारी बीके गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।