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पत्नियों से परेशान पतियों ने सूपर्णखा का पुतला जलाकर मनाया दशहरा

प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, डेस्कः जहां देशभर में रावण का पुतला दहन करके पूरे उल्लास के साथ दशहरा मनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर देश के औरंगाबाद में इससे अलग सूपर्णखा का पुतला दहन करके भी कुछ लोग दशहरा का पर्व मना रहे हैं। ये लोग हैं अपनी पत्नियों से परेशान पति। जी हां, ‘परेशान पतियों’ ने यहां सूपर्णखा का पुतला जलाकर अलग तरह से दशहरा का त्यौहार मनाया है।

औरंगाबाद में पत्नी प्रताड़ित संगठन ने जलाया पुतला   

पत्नियों से प्रताड़ित पतियों की संस्था ‘पत्नी पीड़ित पुरुष संगठन’ के सदस्यों ने औरंगाबाद के पास करोली गांव में आज सूपर्णखा का पुतला जलाकर त्यौहार मनाया। इस मौके पर बात करने पर संस्था के संस्थापक भारत फुलारे का कहना था कि भारत में सभी कानून पुरुषों के खिलाफ हैं।

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कहा कि महिलाओं के पक्ष में हैं। यही वजह है कि महिलाएं छोटे-छोटे मुद्दों पर अपने पतियों को परेशान करती हैं। ससुराल वालों को भी प्रताड़ित करने से बाज नहीं आती हैं। कहा कि रावण और राम के बीच युद्ध की वजह भी सूपर्णखा ही थी। कहा कि देश में पुरुषों के खिलाफ क्रूरता की वह निंदा करते हैं।

सांकेतिक विरोध के लिए उठाया कदम 

कहा कि एक सांकेतिक कदम के तौर पर उनके संगठन ने बीती शाम दशहरा के मौके पर सूपर्णखा का पुतला जलाया है। फुलारे ने दावा किया कि 2015 के आंकड़ों के अनुसार, देश में आत्महत्या करने वाले विवाहितों में 74 प्रतिशत पुरुष ही थे।