समरनीति न्यूज, लखनऊ : यूपी में बढ़ती जबरन धर्मांतरण की घटनाओं को रोकने के लिए यूपी की योगी सरकार बहुत जल्द सख्त कानून ला रही है। बताते हैं कि इसका मसौदा लगभग तैयार हो चुका है। न्याय व गृह विभाग ने इस कानून को बनाने से पहले देश के आठ राज्यों में लागू संबंधित कानून का बारीकी से अध्यन कर लिया है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपराधिक मानसिकता से जबरदस्ती धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी पहल की बात कही थी।
कानपुर समेत कई जगह मामले आए सामने
यूपी में लव जिहाद के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में कानपुर में भी लव जेहाद के मामले सामने आए तो सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। इसके बाद कानपुर में एसआईटी गठित हुई। एसआईटी लव जिहाद के कुल 14 मामलों की जांच कर रही है। दरअसल, जांच के दौरान यह देखा जा रहा है कि ऐसे मामलों में किसी संगठन का हाथ तो नहीं है। जल्द ही अब जांच रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी।
मेरठ में मां-बेटी को घर में कर दिया था दफन
पश्चिमी यूपी में बीते दिनों लव जिहाद की एक घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया था। इस घटना में पहले महिला को नाम बदलकर प्रेम जाल में फंसाया गया। इसके बाद जबरन धर्मांतरण का दवाब डाला।
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असलियत खुलने पर बेरहमी से कत्ल करके एक महिला और उनकी मासूम बेटी को मारकर घर में ही दफना दिया था। इस मामले ने देशभर में तूल पकड़ा था। इसी के बाद से प्रदेश में ऐसे मामलों को लेकर सख्त कानून की बातें होने लगी थीं। बताते चलें कि देश के कई राज्यों में ऐसे कानून पहले से लागू हैं। जबरन धर्मांतरण के विरुद्ध देश के मध्यप्रदेश, अरुणांचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमांचल प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, झारखंड तथा उत्तराखंड में कानून लागू हो चुका है। खास बात यह है कि उड़ीसा इस कानून को लागू करने वाला पहले प्रदेश है।
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