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न्यूज, बांदाः शहर कोतवाली प्रभारी द्वारा साथी के साथ अभद्रता के मामले में बुधवार को भी वकीलों ने कोतवाली प्रभारी आनंद सिंह का पुतला फूंका। इस दौरान बार महासभा की बैठक भी हुई। इस बैठक में तय किया गया कि कोतवाली प्रभारी के तबादले से कम कुछ मंजूर नहीं है। बैठक में बार अध्यक्ष के बाहर होने के कारण संचालन की जिम्मेदारी पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ताओं में रामकृष्ण त्रिपाठी, रामस्वरूप सिंह तथा जागेश्वर यादव ने संभाली। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।
कोतवाली प्रभारी की माफी की बात को वकीलों ने बैठक में किया खारिज
बैठक में तय किया गया कि अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत जारी रखेगा। इसके साथ ही कोतवाली प्रभारी का तबादला होने तक हड़ताल जारी रखी जाएगी।
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बताया जाता है कि बैठक में यह बात भी उठी कि कोतवाली प्रभारी ने एक वरिष्ठ अधिवक्ता को फोन करके बार में आकर माफी मांगने की बात कही है।बशर्ते इस दौरान उनके साथ कोई अभद्रता न हो। लेकिन बैठक में अधिवक्तागण इसपर राजी नहीं हुए। अधिवक्ताओं का कहना था कि अभद्रता करने के बाद माफी मांगने से न्याय नहीं होगा।
कोतवाली प्रभारी और अन्य दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ लिखाएंगे रिपोर्ट
बल्कि ऐसे पुलिस वालों का तबादला होना चाहिए। तय हुआ कि कोतवाली प्रभारी व दूसरे दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट भी लिखाई जाएगी। इस दौरान कोतवाली प्रभारी का जजी चौराहे पर वकीलों ने पुतला जलाया।
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साथ ही बार के पूर्व पदाधिकारी जयराज सिंह ने धरना सभा को संबोधित किया। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह ने कहा कि वकीलों के साथ अभद्रता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बार के महासचिव श्याम सिंह, राजेंद्र सिंह परिहार, विनोद सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।