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दीवार पर सुसाइड नोट लिखकर छात्रा ने लगाई फांसी..

आकांक्षा गुप्ता। (फाइल फोटो)

समरनीति न्यूज, कानपुरः जिंदगी में कुछ बनने की ठान चुकी एक बेटी, समाज और आसपास के चंद रिश्तेदारों के तानों से हार गई। वह इतनी आहत हुई कि मौत को गले लगा लिया। मरने से पहले दीवार पर सुसाइड नोट भी लिखा। मां-पिता और भाई के प्रति अपना प्यार भी जताया। साथ ही नौकरी न मिलने के तानों का भी जिक्र किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। छानबीन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। घटना कानपुर के बर्रा इलाके की है।

नौकरी न मिलने से निराश थी, उपर से तानों ने भीतर से तोड़ दिया  

जान देने से पहले दीवार पर लिखा गया आंकाक्षा द्वारा सुसाइड नोट।

बताया जाता है कि बर्रा थाना क्षेत्र के यादव मार्केट चौकी क्षेत्र में मिठाई की दुकान करने वाले राजेंद्र गुप्ता की बेटी आकांक्षा गुप्ता (26) बैंकिंग की तैयारी में जुटी थी। ग्रेजुएट बेटी की तैयारियों को लेकर माता-पिता को कोई संदेह नहीं था और वे बेटी का पूरा साथ दे रहे थे। कई बार बेटी ने बैंकिंग की परीक्षा भी दी लेकिन वह पास नहीं हो सकी।

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बताया जाता है कि इसी बीच परिवार के कुछ लोग उसको नौकरी नहीं मिलने को लेकर ताने मारने लगे। इससे आहट होकर निराश आकांक्षा ने आज अपनी जान देने का फैसला कर लिया।

शाम को आकांक्षा ने घर में अपना कमरा बंद करके पहले दीवार पर सुसाइड नोट लिखा। इसमें लिखा की वह अपने माता-पिता और भाई से बहुत प्यार करती है, लेकिन ताने नहीं सुन पा रही। इसलिए जो कर रही है अच्छा कर रही है।

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इसके बाद उसने कमरे में पंखे के कुंडे से फांसी लगाकर जान दे दी। काफी देर तक कमरे से बाहर न आने पर परिवार के लोगों ने कमरा खुलवाने का प्रयास किया। बाद में कमरा खोला गया तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई।

परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताते हैं कि उसका एक बड़ा भाई अंकित है जिसका जिक्र भी उसने सुसाइड नोट में किया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। साथ ही आकांशा के परिवार वालों से जानकारी ली।