समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में एक बेहद सनसनीखेज घटना से हड़कंप मच गया है। कोरोना संकट में पैरोल पर छूटे दुष्कर्म के मामले में सजायाफ्ता व्यक्ति की संदिग्ध हालात में जिंदा जलकर मौत हो गई। लगभग एक माह पहले वह पैरोल पर छूटा यह व्यक्ति अपने घर पर रह रहा था। इसी बीच रात में वह आग का गोला बनकर घर से बाहर की ओर चीखता हुआ दौड़ा और गिर पड़ा। इसके बाद परिवार के लोगों ने किसी तरह आग बुझाई। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां उसने दम तोड़ दिया। यह हिला देने वाली घटना बांदा जिले के गिरवां थाना क्षेत्र में हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना का सही कारण अभी खुलकर सामने नहीं आ सका है। मामले में थाना प्रभारी शशि पांडे का कहना है कि घटना आत्महत्या की है।
रेप के मामले में हुई थी सजा, कोरोना संकट में मिली थी पैरोल
बताया जाता है कि गिरवां थाना क्षेत्र के सरस्वाह गांव निवासी जौहरी (60) पुत्र भोली, को दुष्कर्म के एक मामले में सात साल की सजा हुई थी। इसमें से पांच साल की सजा वह काट चुका था। इसी दौरान करीब एक माह पहले सरकार ने कोरोना संकट के दौरान जिन लोगों को पैरोल देकर छोड़ा था, उनमें उसे भी दो माह की पैरोल मिली थी। बताते हैं कि 3 अप्रैल को वह अपने गांव में घर पहुंचा था। परिवार में तीन बेटे और तीन बेटियां हैं।
ये भी पढ़ेंः बड़ी खबरः बांदा में एक साथ 3 पाॅजिटिव केस मिले, हड़कंप मचा
इसी बीच बुधवार रात जौहरी की संदिग्ध हालात में जलकर मौत हो गई। जलने की इस घटना में बताते हैं कि जौहरी घर से आग का गोला बनकर चीखता हुआ बाहर की ओर भागा। इसके बाद जाकर गिर पड़ा और अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला केरोसिन डालकर आत्महत्या का लग रहा है। हालांकि, जांच की जा रही है। घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
ये भी पढ़ेंः बांदाः पूर्व कांग्रेस मंत्री विवेक सिंह का निधन, दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में थे भर्ती