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मिस्र बना फीमेल वियाग्रा को मंजूरी देने वाला पहला अरब देश, बढ़ते तलाक के ग्राफ के बीच सरकार ने लिया बड़ा फैसला

सांकेतिक फोटो।

न्यूज, डेस्कः मिस्र में तलाक की दर बढ़ती जा रही है। इससे चिंतित वहां की सरकार ने फीमेल वियाग्रा यानि महिलाओं में कामोत्तेजना बढ़ाने वाली दवा के उत्पादन को मंजूरी दे दी है। साथ ही इसकी बिक्री को भी मंजूरी मिल गई है। इस दवा के उत्पादन और बिक्री को मंजूरी देने वाला मिस्र पहला अरब देश बन गया है।

मिस्र में बढ़ रहा तलाक का ग्राफ  

बताया  जाता है कि मिस्र के लोगों के बीच पारिवारिक रिश्ते लगातार टूट रहे हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार बढ़ते तलाक के मामलों की बड़ी वजह दंपतियों में यौन समस्याएं हैं। ऐसे में मिस्र सरकार ने यह फैसला लेते हुए फीमेल वियाग्रा को मंजूरी दी है।

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फीमेल वियाग्रा कही जाने वाली इस दवा को केमिकल भाषा में फ्लिबानसेरिन कहते हैं। बताते हैं कि मिस्र में एक स्थानीय कंपनी इस दवाई का उत्पादन करने भी लगी है। इतना ही नहीं इसके उपयोग पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है।

सांकेतिक फोटो।

दुनिया के अरब देशों में मिस्र पहला ऐसा देश होगा जिसने फीमेल वियाग्रा को मंजूरी दी है। बाकी अरब देशों ने इसपर पूरी तरह से रोक लगा रखी है।

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दरअसल, दवा कंपनी फ्लिबानसेरिन के निर्माता का कहना है कि देश में हर 10 में 3 महिलाओं में कामोत्तेजना कम होने की समस्या सामने आ रही है। ऐसे में सरकार का यह फैसला टूटते घरों को बचाने का काम करेगा। मिश्र में तलाक एक बड़ी समस्या का रूप लेते जा रहे हैं। सरकार इनको रोकने की कोशिश कर रही है।