समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रशासन डबल एक्शन की भूमिका में आ गया है। खुद जिलाधिकारी ने ओवरलोड के खिलाफ एक्शन लेते हुए 17 ट्रकों को पकड़ा है। इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बताते हैं कि ये सभी ट्रक नरैनी और गिरवां थाना क्षेत्रों की ओर से आ रहे थे और इनको नरैनी रोड पर पकड़ा गया है। बताते हैं कि 11 ट्रकों को रात औचक कार्रवाई के दौरान जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल के निर्देशों पर सिटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह चाहल ने रात में पकड़ा।
जिलाधिकारी खुद भी पहुंचे मौके पर
वहीं बाकी ट्रकों को सुबह पकड़ा गया है। बताते हैं कि डंप की आड़ में अवैध खनन की जांच की जा रही है। बताते हैं कि इसकी शिकायत गोपनीय ढंग से मिल रही थीं। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। इसके साथ ही उन थानों की पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं जिनकी सीमा पार करके आसानी से ये ओवरलोड ट्रक गुजर रहे हैं।
त्रिपाल से ढककर ओवरलोडिंग का खेल
बालू माफियाओं ने प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने के लिए ओवरलोडिंग का नया तरीका निकाला है। ओवरलोड बालू को त्रिपाल बांधकर पूरी तरह ढक लेते हैं। इसके बाद लेकर निकलते हैं। हालांकि, खदाने बंद हैं लेकिन डंप की आड़ में अवैध खनन शुरु हो चुका है।
डंप की बालू को भी ओवरलोड लादकर ट्रकों से ले जा रहे हैं। प्रशासन ने मामले में तेजी दिखाई और आखिरकार त्रिपाल हटवाकर ट्रकों में ओवरलोड बालू को पकड़ा है। सिटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह चाहल का कहना है कि आगे भी ओवरलोड के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई व्यापक स्तर पर की जाएंगी।
डंप की आड़ में अब अवैध खनन चुनौती
बताते चलें कि जिले में मानसून सत्र में नियमतः बालू खनन पर रोक लग चुकी है। खदानें बंद हो चुकी हैं। ऐसे में बालू खनन से जुड़े माफिया और कारोबारी अब डंप की आड़ में अवैध खनन शुरू करेंगे। ऐसे में प्रशासन के लिए इस तरह के अवैध खनन को रोकना बड़ी चुनौती होगा। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में कार्रवाई की जाएगी।
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