समरनीति न्यूज, लखनऊः श्री राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला कुछ ही दिनों में आने वाला है। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने यूपी मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी व डीजीपी ओपी सिंह को आज तलब किया था। दोनों अधिकारी आज सुबह ही दिल्ली पहुंच थे। वहां सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश श्री गोगोई ने अपने चैंबर में दोनों उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बताया जा रहा है कि यह बैठक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की गई है।
किसी भी वक्त आ सकता है फैसला
बताते चलें कि श्री राम जन्मभूमि को लेकर किसी भी वक्त फैसला आ सकता है। ऐसे में पूरे देश में अलर्ट है। खासतौर पर यूपी में सुरक्षा इंतजामों का खास ख्याल रखा जा रहा है। यूपी में सभी जिलों और मंडलों में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगातार बैठकें करते हुए आपसी सौहार्द्र बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। साथ ही सोशलमीडिया की भी मानिटरिंग की जा रही है, ताकि अराजक तत्व गलत टिप्पणियों से माहौल खराब न करने पाएं।
40 दिनों तक लगातार हुई सुनवाई
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई आने वाली 17 नवंबर को सेवानिवृत हो रहे हैं। ऐसे में इससे पहले श्री राम जन्मभूमि पर फैसला आना है। इस मामले की सुनवाई लगातार 40 दिनों तक जस्टिस गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने की है। सुनवाई के बाद 16 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित कर लिया गया था। अब किसी भी दिन उसको सुनाया जा सकता है। यूपी में किसी तरह से माहौल खराब न हो, इसके लिए केंद्र से केंद्रीय सुरक्षा बलों की 40 कंपनियां और भेजी गई हैं। यूपी के करीब 34 जिलों में सुरक्षा के ज्यादा इंतजाम किए गए हैं। इनमें लखनऊ, कानपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, आगरा, बरेली, रामपुर, कानपुर, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, शामली, आजमगढ़ और बुलंदशहर हैं।
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