समरनीति न्यूज, लखनऊः यूपी में कोरोना संक्रमण से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। वैश्विक महामारी अब जानलेवा भी हो चली है। रविवार को जहां कोरोना से हरदोई में तैनात एक सीओ की मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार के एक और मंत्री को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है। इसे इत्तेफाक ही कहेंगे कि ये केस उस वक्त सामने आ रहे हैं जब यूपी में कोरोना को रोकने के लिए 55 घंटे का लाकडाउन घोषित किया हुआ है। बताते चलें कि शनिवार को यूपी में सबसे ज्यादा रिकार्ड 1403 कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं। अब कोरोना संक्रमितों में माननीयों की भी संख्या बढ़ती जा रही है। इससे पहले कई और मंत्री और नेता ऐसे हैं जो कोरोना की चपेट में हैं और इस वायरस से जूझ रहे हैं। स्वभाविक है कि ऐसे में सरकार की चिंता और ज्यादा बढ़ जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची आवास
बताया जाता है कि बलिया के फेफना से भाजपा विधायक एवं खेल, युवा कल्याण व पंचायती राज मामलों के राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी को भी कोरोना हो गया है। उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। इसके बाद राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गई। वहीं मंत्री उपेंद्र तिवारी को पीजीआई के कोविड-19 अस्पतात में इलाज के लिए भर्ती किया गया है।
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बता दें कि मंत्री उपेंद्र तिवारी का शनिवार को उनके गौतमपल्ली में स्थित आवास पर नमूना भरा गया था। इसके बाद जांच को सैंपुल भेजा गया। बाद में पता चला कि उनकी जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंची और उनके परिवार समेत पूरे स्टाफ और सचिव का भी नमूना लिया इस दौरान कुल 15 लोगों की सूची तैयार की गई। मंत्री के आवास को सैनिटाइज करने के साथ ही सील कर दिया गया है। बताते चलें कि इससे पहले यूपी के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह, आयुष चिकित्सा मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी, होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
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