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लखनऊः लोहिया में दो डाक्टरों की रार में हुई एफआईआर

FIR after dispute between two doctors at Lohia Institute in Lucknow
प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, लखनऊः राजधानी के नामचीन लोहिया संस्थान में दो डाक्टरों में आपसी रार इतनी बढ़ गई है कि नौबत एफआईआर तक जा पहुंची। दोनों ही डाक्टरों ने एक दूसरे से खुद की जान का खतरा बताते हुए संस्थान के निदेशक के साथ-साथ पुलिस में भी एफआईआर दर्ज कराई है। उधर, मामले में वजह बने तीमारदार ने भी डॉक्टर से खुद के मरीज की जिंदगी खतरे में बताई है। दरअसल, लोहिया में हार्ट अटैक के मरीज की ट्रीटमेंट को लेकर डाक्टरों में आपसी वार शुरू हो गया। कैथ लैब में हार्ट स्पेशलिस्ट डा आशीष झा तथा डा सुदर्शन विजय के बीच एक मरीज को लेकर रार हुई। देखते ही देखते बात काफी बढ़ गई है।

तिमारदार ने भी दर्ज कराई शिकायत

मरीज के तीमारदार मो. रिजवान ने डा सुदर्शन पर उसके मरीज पिता रफीक के इलाज में बाधा डालने के साथ ही अभद्रता करने की भी शिकायत की है। तिमारदार ने भी संस्थान के निदेशक के साथ ही पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है।

एक-दूसरे के बारे में क्या कहते हैं डाक्टर

मामले में डा सुदर्शन का कहना है कि कैथ लैब में निजी अस्पतालों के मरीजों को दलालों के माध्यम से लाया जाता है। उन्होंने कहा कि एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी हो रही थी और वहां कैथ लैब में बाहरी डाक्टर बैठा हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि इमरजेंसी दूसरे डॉक्टर की थी और वहां मौजूद डा आशीष झा थे। इतना ही नहीं उन्होंने मरीज को भर्ती भी कर डाला। डा सुदर्शन ने कहा कि जिस मरीज की बात हो रही है वह लिस्ट में था ही नहीं। उन्होंने कहा कि इलाज में उनके द्वारा कोई बाधा नहीं पहुंचाई गई है। कहा कि मरीज की एंजियोप्लास्टी न होकर दवाई से इलाज होना है। उन्होंने आरोप लगाया कि डा आशीष तीमारदार और मरीज से उनपर मनगढ़ंत आरोप लगवा रहे हैं।

आरोप, मरीज की नहीं करने दी एंजियोप्लास्टी

उधर, डा आशीष झा का कहना है कि 3.30 से 4 बजे के आसपास मरीज रफीक की एंजियोग्राफी के बाद एंजियोप्लास्टी की तैयारी हो रही थीं। तभी डा सुदर्शन बिना अनस्ट्राइल ड्रेस के कैथ लैब में घुसते आ गए। आरोप लगाया कि उन्होंने चिल्लाकर तुरंत मरीज को बाहर निकालने को कहा। कहा कि ऑपरेशन टेबल पर मरीज को लेना है डा झा का कहना है कि उन्होंने कहा कि मरीज की जान को खतरा है, लेकिन वह नहीं माने। आरोप लगाया कि उनको धमकी भी दी गई। कहा कि उनको जूनियर डाक्टरों के सामने अपमानित करते हुए धमकी दी।

यह कह रहा है कि तीमारदार

उधर, मरीज के तीमारदार रिजवान का आरोप है कि उसके पिता रफीक को हार्ट अटैक पड़ा था। कहा कि मरीज की डा आशीष कैथ लैब में एंजियोग्राफी की। इसके बाद वह मरीज की एंजियोप्लास्टी करने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच लैब में डा सुदर्शन पहुंच और फिर दोनों में विवाद होने लगा। उन्होंने इलाज न मिलने पर डा सुदर्शन से पिता की जान को खतरा बताते हुए शिकायत की है। साथ ही आरोप लगाया कि डाक्टर सुदर्शन ने गाली-ग्लौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी। उनके मरीज पिता को एंजियोप्लास्टी के बगैर ही लैब से बाहर निकलवा दिया।

संस्थान ने गठित की जांच कमेटी

उधर, मामले को लेकर लोहिया के निदेशक डा एके त्रिपाठी ने बताया है कि तीमारदार, डा आशीष और डा सुदर्शन तीनों की ओर से शिकायतें मिली हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए डीन डा नुजहत हुसैन तथा न्यूरोलॉजी हेड डा अजय सिंह और यूरोलाजी के डा आलोक कुमार की एक टीम गठित की है। टीम से तीन दिन के भीतर मामले में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं मरीज का इलाज चल रहा है।

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