समरनीति न्यूज, बांदाः बांदा में यमुना और केन और बेतवा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ से दर्जनों गांवों में पानी घुस गया है। कई दर्जन घर में भी पानी पहुंच चुका है। वहीं फसलें भी चौपट हो गई हैं। बांदा से कानपुर जाने वाले मार्ग (बाया चिल्ला) पर पानी चल रहा है और इस वजह से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो गया है।
तिंदवारी होकर निकल रहे ज्यादातर वाहन
ऐसे में ज्यादातर भारी वाहनों को तिंदवारी के रास्ते फतेहपुर होकर निकाला जा रहा है बताते हैं कि चिल्ला पुल के आगे संगम ढाबे के पास पानी भरा है। ऐसे में भारी वाहनों को तिंदवारी वाले रास्ते से फतेहपुर होकर निकाला जा रहा है।
बांदा-फतेहपुर बार्डर पर स्थित ललौली के पास हाइवे पर यमुना का पानी चल रहा है। पैलानी तहसील के नादादेव गांव के निचले हिस्से में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। वहां दर्जनों गांव इसकी चपेट में आ चुके हैं।
लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र के सबादा, महबरा, गलौली, नरी, सिंधनकला, अदरी, बसधरी, पीपरोदर, पड़ोहरा आदि गावों में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है। गांव के लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं। घरों से सामान निकाला जा रहा है।
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की बारिश से गंगऊ और बरियारपुर बांधों से पानी छोड़ने के बाद ये हालात बने हैं। सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय जल आयोग के बाढ़ बुलेटिन में बताया गया है कि दोनों नदियों का जलस्तर फिलहाल बढ़ता रहेगा।
कमासिन और बबेरू का इलाका भी बाढ़ के प्रभाव में आ गया है। बाढ़ से प्रभावित कमासिन क्षेत्र के गांव अछरील तथा दांदौ, खेरा, औदहा, नरायनपुर, जोरावरपुर, लखनपुर, जगऊटोला, इटर्रा आदि शामिल हैं। बताया जाता है कि अछरील गांव समेत दर्जनों गांवों में हजारों एकड़ फसलें चौपट हो गई हैं। दर्जनों घरों में पानी घुस गया है। हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
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