समरनीति न्यूज, कानपुरः फर्रुखाबाद जिले से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। गुरुवार को मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के करथिया गांव के रहने वाले एक युवक ने गांव के 12 से 20 बच्चों को अपने घर के कमरे में बंधक बना लिया। इसके बाद जब बच्चों के मां-बाप उनको लेने गए तो गोली चला दी। गांव के लोग चीखते-चिल्लाते वहां से भागे। बाद में ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर थाना पुलिस और कोतवाली प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने साहस दिखाते हुए उक्त सिरफिर के घर तक पहुंचने का प्रयास किया, तो उसने पुलिस पर हथगोला फेंक दिया।
इससे कोतवाल और दो अन्य पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थिति की गंभीरता का पता चलते ही एसपी फर्रुखाबाद समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और घर को घेर लिया।
बच्ची का जन्मदिन बताकर बच्चों को बुलाया घर
अबतक सिरफिरे ने बच्चों को नहीं छोड़ा है और न ही पुलिस के काबू में आया है। दरअसल, बताते हैं कि गांव का रहने वाला सुभाष बाथम गुरुवार को आसपास के कई घरों में पहुंचा। उसने पड़ोसियों से कहा कि उसकी एक साल की बेटी का जन्मदिन है तो बच्चों की दावत है। गांव के लोगों ने अपने बच्चों को उसके घर भेज दिया। इन बच्चों में गांव खुशी (7), मुस्कान (6), आदित्य (4), रोशनी (8), आरवी (7), लक्ष्मी (8), बृजकिशोर, आकाश आदि शामिल हैं।
पुलिसकर्मियों समेत तीन लोग घायल
इसके बाद काफी देर तक बच्चे वापस नहीं आए, तो परिवार के लोग उनको बुलाने पहुंचे। देखा तो घर बंद था। बताते हैं कि घर का दरवाजा खटखटाने पर सुभाष ने गोलियां चलाना शुरू कर दिया। वह चिल्ला रहा था कि उसे गिरफ्तार कराने का कुछ तो मजा चखो। इसके बाद बाद गांव के लोग वहां से चिल्लाते हुए भाग निकले। पुलिस के पहुंचने पर कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार और यूपी 112 की टीम ने जब वहां पहुंचकर घर का दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया तो अंदर से सुभाष ने हथगोला फेंका।
इससे कोतवाल राकेश कुमार और दो सिपाही जयवीर सिंह व अनिल कुमार घायल हो गए। बाद में फोर्स ने मौके पर पहुंचकर मकान को घेर लिया।
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बताया जाता है कि स्थिति को देखते हुए उसका एक दोस्त अनुपम दुबे उर्फ बालू उसे समझाने घर के दरवाजे तक पहुंच गया। सिरफिरे ने उसे भी गोली मार दी। उसके पैर में गोली लगी है। क्षेत्रीय विधायक नागेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनिल मिश्रा ने लाउडस्पीकर से सिरफिरे सुभाष को लाउडस्पीकर से घर से बाहर आने को कहा।
विधायक, डीएम-एसपी सब मौके पर डटे
इसपर वह घर से गालियां बकने लगा। बताते हैं कि आरोपी तीन महीने पहले चोरी के मामले में जेल से छूटा है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा का कहना है कि पुलिस बच्चों को बचाने के प्रयास में काफी संभलकर कार्रवाई कर रही है। उधर, मामले में देर शाम डीजीपी ओपी सिंह ने भी बयान जारी किया। डीजीपी सिंह ने कहा कि पुलिस ने उक्त मकान की घेराबंदी कर रखी है और बच्चों को नुकसान न पहुंचे, इसलिए संभलकर कार्रवाई की जा रही है। युवक कमरे के भीतर से गोलियां चला रहा है। तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे हैं।
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