समरनीति न्यूज, लखनऊः प्रशासन द्वारा राजधानी लखनऊ में सीएए के विरोध में हिंसा के आरोपियों के पोस्टर चिपकाने के बाद कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य बीजेपी नेताओं के पोस्टर चिपकाए थे। कांग्रेसियों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने दो कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दोनों की तलाश में दबिशें दी जा रही हैं। बताते चलें कि पहले सपा नेता की ओर से इसी तरह के पोस्टर लगवाए थे। अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के बैनर लगाए हैं।
पुलिस को कानों-कान नहीं लगी खबर
इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात तो यह है कि इतने बड़े-बड़े पोस्टर और बैनर लगने के बावजूद पुलिस को कानों-कान खबर नहीं हुई। बल्कि, सोशल मीडिया पर पोस्टर वायरल होने के बाद पुलिस को इसकी जानकारी हो सकी। पुलिस ने मामले में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता सुधांशु बाजपेयी और लालू कन्नौजिया के खिलाफ एफआईआर लिखी है।
सीएम के अलावा इन नेताओं के फोटो
शुक्रवार देर रात लगाए गए इन पोस्टर-बैनर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केश प्रसाद मौर्या समेत भाजपा नेता राधा मोहन दास अग्रवाल, संगीत सोम, संजीव बाल्यान, उमेश मलिक, सुरेश राणा व साध्वी प्रज्ञा की फोटो लगाई गई हैं। साथ ही इनपर लगे आरोपों का जिक्र किया गया है। गोरखपुर से भाजपा विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल की जगह पर एक अन्य भाजपा नेता की तस्वीर लगा दी गई है।
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बताते चलें कि हजरतगंज चौराहा और भाजपा मुख्यालय के साथ-साथ लखनऊ विवि के पास यह बैनर लगाए गए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि 24 घंटे तैनात रहने वाली पुलिस को इसकी जानकारी क्यों नहीं हो सकी। हालांकि, पुलिस आयुक्त ने पूरे मामले की जांच के निर्देश देते हुए जांच शुरू कराई है कि ये बैनर किस प्रिंटिंग प्रेस से छपे हैं। मामले में चौकी इंचार्ज सचिवालय की ओर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि सीसी फुटेज से कुछ लोगों की पहचान हुई है। उनकी तलाश में दबिशें दी जा रही हैं।
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