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मुस्लिम परिवार ने बेटी की शादी के निमंत्रण कार्ड पर भगवान राम-सीता की छपवाई तस्वीर

शादी का कार्ड दिखाते मुस्लिम परिवार के सभी सदस्य।

समरनीति न्यूज, डेस्कः   लोकसभा चुनाव के बीच जब कुछ राजनैतिक दलों के नेता धार्मिक कटुता वाली बयानबाजी करके रहे हैं, ऐसे में  शाहजहांपुर के एक छोटे से गांव में बसे गरीब मुस्लिम परिवार ने आपसी सौहार्द्र की मिसाल कायम करते हुए बड़ा धार्मिक उपदेश दिया है। हमने लाखों-करोड़ों बार सुना और कहा कि ईश्वर एक है, फिर चाहे राम कहो या अल्ला, लेकिन धर्म के ठेकेदारों ने लोगों में धार्मिक अंधता इतनी ज्यादा भर दी है कि लोग इस बात को समझने को तैयार नहीं होते। अब शाहजहांपुर के चिलौवा गांव में बसे मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी रुखसार बानो के शादी के निमंत्रण कार्ड पर भगवान राम और सीता की तस्वीर छपवाई है।

शादी का कार्ड।

शाहजहांपुर जिले के चिलौआ गांव का मामला 

इस परिवार ने एकता की ऐसी मिसाल दी है कि पूरे इलाके में चर्चा का विषय है। रुखसार की मां बेबी का कहना है कि, ‘हम एक संदेश देना चाहते थे कि हमें ईश्वर के साथ-साथ अल्लाह से भी प्यार है और सभी हमारे परिवार का हिस्सा हैं। दरअसल, अल्लाहगंज के चिलौआ गांव में रहने वाले इबारत अली की बेटी रुखसार बानो की 30 अप्रैल को अल्लाहगंज के सोनू के बेटे से शादी है। इबारत ने बेटी की शादी के कार्ड पर भगवान राम और सीता के स्वयंवर की फोटो छपवाई। अली का कहना है कि ‘चिलौआ गांव में 1800 की हिन्दु आबादी है और गांव में अकेले उनका मुस्लिम परिवार है लेकिन हिंदुओं ने कभी हमें अलग होने का एहसास नहीं होने दिया। कहा कि वह हिन्दू-मुस्लिम दोनों धर्मों को मानने वाले हैं। इसीलिए गांव के प्रसिद्ध देवी मंदिर में उन्होंने सबसे पहले बेटी का निमंत्रणपत्र अर्पित किया।

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