समरनीति न्यूज, बांदाः चित्रकूटधाम मंडल मुख्यालय पर स्वास्थ्य सेवाएं किस कदर प्रभावित हो रही हैं, इसका जीता-जागता उदाहरण मंगलवार को देखने को मिला। जिला अस्पताल में आम आदमी पर्चा बनवाने के लिए बावजूद डाक्टरों के लिए तरस गए। अस्पताल में तैनात दोनों फिजीशियन डाक्टर मौजूद नहीं थे। इसलिए ज्यादातर लोग पर्चा में लिए इधर-उधर भटकने के बाद वापस लौट गए। बताया जाता है कि मंगलवार को जिला अस्पताल में तैनात एक डाक्टर सरकारी काम से कोर्ट चले गए तो दूसरे पहले से तीन दिन से लखनऊ ट्रेनिंग पर गए हुए थे।
एक डाक्टर कोर्ट तो दूसरे ट्रेनिंग पर गए
बता दें कि जिला अस्पताल में दो फिजीशियन तैनात हैं। एक डा एसडी त्रिपाठी हैं और दूसरे डा हृदेश पटेल हैं। इसके अलावा हड्डी रोग विशेषज्ञ व कार्डियोलाजिस्ट डा केएल पांडे भी मौजूद रहे। मंगलवार को मरीज इंतजार में फिजीशियन डाक्टरों के केबिन के बाहर खड़े रहे। चिकित्सक नहीं आए तो लोग बिना दवा लिए ही लौट गए। हालांकि, जब सीएमएस डा संपूर्णानंद मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मरीजों को थोड़ी दिक्कत जरूर हुई है, लेकिन डाक्टर केएल पांडे मौजूद रहे। उन्होंने काफी मरीजों को देखा। सीएमएस डा मिश्रा ने कहा कि डा त्रिपाठी का कोर्ट के काम से जाना जरूरी था। वहीं डा पटेल तीन दिन की ट्रेनिंग पर लखनऊ में हैं।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं, कराएंगे जांच- सदर विधायक
उधर, मामले को लेकर सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा है कि सरकार जनता के स्वास्थ्य को लेकर काफी काम कर रही है। जिला अस्पताल में दवाओं, संसाधनों और चिकित्सकों की कमी न हो, इसके लिए पूरा ख्याल रखा जा रहा है। विधायक ने कहा कि वह स्वयं जिला अस्पताल जाकर व्यवस्था देखते रहते हैं। इस मामले को लेकर चिकित्साधिकारियों के बात करेंगे।
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