समरनीति न्यूज, बांदाः वाहन चेकिंग के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद के बेटे का थोड़ा आगे वाहन रोकना उसकी पिटाई की वजह बन गया। मौके पर तैनात सिपाहियों ने उनपर थप्पड़ों की बरसात कर दी। सिपाहियों ने इतना पीटा कि भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे के चेहरे में थप्पड़ के निशान उभरे दिखाई दिए। इसके बाद भाजपाइयों में उबाल आ गया। भाजपा नेता सिविल लाइन चौकी पहुंचे।
चौकी से कोतवाली तक हुआ धरना-प्रदर्शन
वहां चौकी घेरते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अधिकारियों ने स्थिति संभाली और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया।
सिविल लाइन चौकी के पास हुआ घटनाक्रम
शाम 7 बजे तक यह घटनाक्रम चल ही रहा था कि इसी दौरान कोतवाली में धरना दे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर फिर सिपाहियों ने लाठियां चटका दीं। बताते हैं कि जिस समय सिपाहियों ने लाठियां चलाईं उस वक्त भाजपा जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद अन्य पदाधिकारियों के साथ कोतवाली में ही मौजूद थे और अधिकारियों से घटना को लेकर बातचीत कर रहे थे।
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बाद में किसी तरह स्थिति को संभाला गया। लाठी चलाने वाले दो सिपाहियों को भी निलंबित कर दिया गया। इस तरह मामले में कुल चार सिपाहियों को निलंबित किया गया है। घटना को लेकर पूरे दिन जिले में अफरा-तफरी का माहौल रहा। सीओ सिटी आलोक मिश्रा और कोतवाली प्रभारी दिनेश सिंह ने काफी सूझबूझ से काम लिया।
वाहन चेकिंग के दौरान सिपाहियों ने पीटा
बताया जाता है कि भाजपा जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद का बेटा जयप्रकाश (19) अपने साथी के साथ जिला अस्पताल से दवाई लेकर वापस घर लौट रहा था। इसी दौरान सिविल लाइन चौकी के पास राहुल को गाड़ी के कागज दिखाने के लिए सिपाहियों ने रुकने का इशारा किया।
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बताते हैं कि भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे से बाइक को रोकने में थोड़ी देरी हो गई और बाइक कुछ आगे जाकर रुकी। इससे नाराज सिपाहियों ने पहले कागज और हेलमेट दिखाने को कहा। युवक ने उनको खुद के बीमार होने के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष का बेटा होने की जानकारी देते हुए छोड़ने को कहा।
सोमवार सुबह 11 बजे से शाम तक चला मामला
बताते हैं कि इसपर सिपाहियों ने नाराजगी दिखाते हुए उसकी पिटाई कर दी। युवक ने अपने पिता भाजपा जिलाध्यक्ष व अन्य परिजनों को इसकी जानकारी दी। भाजपा नेता इकट्ठा हुए और सिविल लाइन चौकी घेर ली। सड़क जाम करते हुए नारेबाजी भी की। चौकी पर कोतवाली प्रभारी दिनेश सिंह ने पहुंचकर स्थिति को संभालने का प्रयास किया। बात नहीं बनी। भाजपा नेताओं की मांग थी कि सिपाहियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए। बाद में मामला कोतवाली आ गया।
वहां भाजपा जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने एडीएम और सीओ सिटी आलोक मिश्रा के साथ कोतवाली में बैठकर मामले को सुलझाने लगे। बताते हैं कि कुछ वरिष्ठ भाजपाई कोतवाली के अंदर ही धरने पर बैठ गए। भाजपा युवा मोर्चा के लोग भी कोतवाली के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। बताते हैं कि कोतवाली के भीतर बैठे भाजपाइयों पर सिपाहियों ने लाठी चलाना शुरू कर दिया। भाजपा नेता इधर-उधर हटे। भाजपाई भी नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताने लगे। अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक एलबीके पाल कोतवाली पहुंचे।
अपर जिलाधिकारी बोले..
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मी द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे को रोका गया था, लेकिन वह आगे बढ़ गया। बाद में सामने खड़े दूसरे सिपाही ने उसे रोक लिया। दोनों के बीच हाट टाक हुई है।
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एडीएम ने कहा कि भाजपाइयों का आरोप है कि जिलाध्यक्ष के बेटे के साथ सिपाही ने मारपीट की है। भाजपा जिलाध्यक्ष से बात हो गई और आरोपी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। मामला शांत हो गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक बोले..
उधर, मामले में अपर एसपी एलबीके पाल का कहना है कि उन्हें इस मामले का जांच अधिकारी बनाया गया है। वह पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। कहा कि भाजपाइयों के ऊपर कोतवाली में लाठीचार्ज नहीं किया गया है। फिर भी आरोपों की पूरी गहनता से जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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