समरनीति न्यूज, लखनऊः अंतरराष्ट्रीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन (Ranjeet Bachchan) की हत्या के बाद राजधानी लखनऊ की पुलिस हत्यारों का सुराग लगाने में जुटी है। सीसीटीवी फुटैज में दिख रहे संदिग्धों की तलाश की जा रही है। वहीं हत्यारों के बारे में कोई भी जानकारी देने वालों को 50 हजार ईनाम और उसका नाम-पता गुप्त रखने की घोषणा की गई है।
चौकी इंचार्ज समेत 4 पुलिसकर्मी निलंबित
इतना ही नहीं पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के निर्देशों पर चौकी इंचार्ज चौक संदीप कुमार व पीआरवी पर तैनात 3 पुलिसकर्मियों को सस्पैंड कर दिया गया है। हालांकि घटना को लेकर एक और बिंदु सामने आया है। ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा का कहना है कि हमलावरों ने रंजीत बच्चन और उनके मौसेरे भाई आदित्य का मोबाइल फोन छीना था।
सीसीटीवी फुटैज और 50 हजार ईनाम
कहा कि इसी दौरान गोली चलने से रणजीत बच्चन की मौत हो गई है। एक गोली आदित्य के हाथ में भी लगी। पुलिस ने पास का सीसीटीवी फुटैज खंगाला है तो उसमें एक संदिग्ध शाल ओढ़े हुए दिखाई दे रहा है।
दो शादियां और पारिवारिक विवाद भी
रणजीत बच्चन हत्याकांड को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। दरअसल, उन्होंने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी से संबंध टूट चुका था। इस मामले में गोरखपुर में एक मामला भी दर्ज कराया गया था, जो पारिवारिक रंजिश का था। ऐसे में पुलिस उक्त बिंदु पर भी जांच कर रही है। हजरतगंज के पॉश ओसीआर बिल्डिंग में स्थित फ्लैट में रहने वाले रणजीत बच्चन सामाजिक कार्यक्रम भी कराते रहते थे। ऐसे में पुलिस हर बिंदु पर जांच करते हुए आगे बढ़ रही है। वहीं उनके परिजनों ने मुआवजे और नौकरी की मांग की है।
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