मनोज सिंह शुमाली, लखनऊः यूपी के राजनीतिक गलियारे से एक खास सामने आ रही है। चर्चा है कि शिवपाल सिंह यादव की समाजवादी पार्टी में जल्द ही वापसी हो सकती है। हालांकि, इसको लेकर कयास तभी से लगने लगे थे जब हाल ही में होली मिलन के दौरान सैफई में मुलायम सिंह यादव का कुनबा एक साथ नजर आया था। मंच पर मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी में अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया था।
होली मिलन समारोह से चल रहीं चर्चाएं
अब इसी कड़ी में यूपी के इस राजनीतिक परिवार को लेकर एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। सैफई के होली मिलन समारोह से आने वाले दिनों में कुछ नया होने की चर्चाएं थीं। वहीं सपा खेमे में इसे लेकर काफी हलचल बढ़ गई थीं।
विधानसभा अध्यक्ष को भेजा गया पत्र
खबर यह है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मैनपुरी के जसवंतनगर से विधायक तथा रिश्ते में चाचा शिवपाल यादव की विधानसभा सदस्यता खत्म करने वाली याचिका वापस ले ली है। इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित को पत्र भी भेजा गया है। इसके साथ ही शिवपाल की सपा में वापसी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताते चलें कि पार्टी में अंतरकलह और एकाधिकार के लिए 2017 में चाचा-भतीजे के बीच बड़ा विवाद हो गया था।
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इस विवाद ने यूपी के इस प्रभावशाली राजनीतिक परिवार को बिखेर दिया था। शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) नाम से एक अलग राजनीतिक दल बना लिया था तो अखिलेश यादव ने सपा को अपने हाथों में ले लिया था। इसके बाद रिश्तों में कड़वाहट बढ़ती चली गई। बीते वर्ष सितंबर में सपा ने अपने चाचा शिवपाल की सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका दाखिल की थी।
अब अखिलेश यादव के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर याचिका लेने की बात कही है। मामले में राम गोविंद चौधरी ने बताया है कि पत्र लिखा गया है। आगे का फैसला अखिलेश यादव लेंगे। वहीं विधानसभा अध्यक्ष ह्दय नारायण दीक्षित ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पत्र मिला है। फिलहाल सचिवालय बंद है। बाद में इसकी परीक्षण कराकर संविधान सम्मत फैसला किया जाएगा।
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