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बांदाः हथौरा मदरसा संचालकों का झूठ खुला, मदरसे में मिला दिल्ली मरकज से लौटा छात्र, 10 आइसोलेट

The administration got student returned from Delhi Markaj in Hammara Madrasa of Banda

समरनीति न्यूज, बांदाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से देश को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए। इसी का नतीजा है कि आज देश इस जानलेवा बीमारी से मजबूती के साथ लड़ रहा है, लेकिन कुछ लोग देश को कोरोना वायरस के संकट में धकेलने पर अमादा नजर आ रहे हैं। ऐसे लोग सरकार और प्रशासन से जानकारियां छिपा रहे हैं। बुंदेलखंड के बांदा में स्थित विश्वविख्यात हथौरा मदरसा के संचालकों का भी यही हाल है। मदरसा संचालकों का एक बड़ा झूठ उजागर हुआ है।

महाराष्ट्र सरकार के अधिकारी की चिट्ठी से खुला झूठ

महाराष्ट्र सरकार के अधिकारी की चिट्ठी ने इस झूठा का खुलासा किया। इसके बाद बांदा प्रशासन ने तेजी दिखाई और वहां से 10 छात्रों को पकड़कर आइसोलेट कराया गया है। इनमें एक छात्र दिल्ली मरकज से लौटा है जो तब्लीगी जमात में शामिल हुआ था। अब मदरसे को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। संचालकों व छात्रों के जाने पर रोक लगा दी गई है।

अफसरों से कहा था, मरकज से नहीं लौटा कोई छात्र

दरअसल, मदरसे से एक छात्र ऐसा मिला है जो कुछ दिन पहले दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में शामिल हुआ था। वहां रुका भी था। इसके बाद हथौरा मदरसे में लौट आया। इसके बावजूद मदरसा संचालकों ने बांदा जिले के बड़े प्रशासनिक अधिकारियों को अंधेरे में रखते हुए झूठ बोला कि उनके यहां ऐसा कोई छात्र नहीं है।

हथौरा मदरसे को किया गया है पूरा होम क्वारंटाइन

बताते चलें कि बुधवार को चित्रकूटधाम मंडल के मंडलायुक्त गौरव दयाल और डीआईजी दीपक कुमार ने एहतियात के तौर पर हथौरा मदरसा जाकर निरीक्षण करते हुए संचालकों से बातचीत की थी। अधिकारियों ने अपील की थी कि लाकडाउन का पालन करें। साथ ही तब्लीगी जमात से कोई छात्र लौटा हो तो उसको जानकारी प्रशासन को देते हुए उसे आइसोलेट कराएं। बताते हैं कि मदरसा संचालकों ने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि कोई भी छात्र दिल्ली मरकज से लौटा है। इसके बाद डीएम अमित बंसल और एसपी एसएस मीणा ने भी मदरसा संचालकों से जानकारी ली।

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उनको भी अंधेरे में रखा गया। हथौरा मदरसे से अधिकारी लौटकर मुख्यालय पहुंचे ही थे कि तभी उनको महाराष्ट्र सरकार के एक अधिकारी का पत्र मिला, जिसमें जानकारी दी गई थी कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में शामिल मोहम्मद मुजाहिदुल इस्लाम पुत्र अब्दुल मजीद कासमी निवासी तयादे नगर, नागपुर रोड का रहने वाला है। वह इस वक्त बांदा के हथौरा मदरसे में ठहरा हुआ है। पत्र मिलते ही अधिकारियों ने तेजी दिखाई।

आयुक्त ने मामले में बताया

मदरसे से 10 छात्रों को लाकर मेडिकल कालेज में आइसोलेट कराया गया। इनके ब्लड सैंपुल लेकर कोरोना वायरस की जांच को भेजे गए हैं। इसी क्रम में शहर के साजिद अली व यासीन पुत्र अजीज निवासी मर्दननाका तथा को भी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। वह भी 6 मार्च को दिल्ली गया था। 9 मार्च तक तब्लीगी जमात में शामिल रहा था। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया है कि मदरसे से 10 लोगों को लाकर मेडिकल कालेज में आईसुलेट कराया गया है। छह लोगों के सेंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे गए थे। इनमें पांच की रिपोर्ट निगेटिव है। एक की रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है।

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