Friday, April 19सही समय पर सच्ची खबर...

गूगल की इस एक गलती से पूरी दुनिया में प्रमोट हुई भारतीय क्रिकेट टीम, विदेशों में चमके विराट कोहली..

सांकेतिक फोटो।

समरनीति न्यूज, डेस्कः वर्ल्ड कप का आगाज हो चुका है। क्रिकेट का खुमार भारतीयों में किस कदर है इसे पूरी दुनिया जानती है। 5 जून को भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला मैच होना है। इससे पहले गूगल के चैटिंग-विडियो कॉलिंग ऐप ड्यू की ओर से यूजर्स को भारतीय क्रिकेट टीम का एक प्रोमो विडियो भेजा गया। गूगल ने गलती से दुनियाभर में कई यूजर्स के डिवाइस पर यह प्रोमो दिखा, लेकिन इंडिया में नहीं। ऐसे में भारतीय टीम प्रमोट हो गई। बताते चलें कि गूगल अक्सर इवेंट्स या खास मौकों पर डुओ यूजर्स को स्पेशल विडियो मैसेज भेजता है और अक्सर ही किसी क्षेत्र विशेष में पुश नोटिफिकेशंस भेजता है।

गूगल का था भारतीय यूजर्स को वीडियो भेजने का प्लान  

भारत में क्रिकेट की खुमारी को देखते हुए गूगल ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का एक वीडियो भारत में अपने यूजर्स को भेजने का प्लान बनाया था। ऐंड्रॉयड पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने मैसेज की टारगेटिंग में कोई गलती कर दी और इसके चलते दुनियाभर के यूजर्स को अलग-अलग समय पर क्रिकेटर कोहली के विडियो का पुश नोटिफिकेशन मिल गया।

ये भी पढ़ेंः कल कुछ अलग से नजर आएंगे चंदा मामा, गूगल ने भी बनाया डूडल, आप भी देखें..

अलग-अलग देशों के यूजर्स को जब कोहली का वीडियो दिखा तो उन्होंने सोशल मीडिया पर इस बारे में लिखा और गूगल से सवाल भी किए। यूएस, जापान, कनाडा, मैक्सिको और न्यूजीलैंड जैसे देशों के यूजर्स वीडियो देखकर कन्फ्यूज्ड हो गए कि आखिर ये वीडियो उन्हें क्यों भेजा गया। बहुतों को तो समझ में भी नहीं आया कि यह क्या है।

भारत में किसी यूजर्स को नहीं मिले ऐसे वीडियो-मैजेस  

इसके बाद यूजर्स ने रेडिट और ट्विटर पर गूगल को टैग करते हुए ट्वीट किए और पूछा कि यह स्पैम किस बारे में था? दुनिया के कई देशों में विराट का वीडियो पहुंच गया और वहीं भारत में किसी यूजर को वीडियो तो दूर, इससे जुड़ा कोई मेसेज तक नहीं आया। गूगल ने फौरन इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक फोरम पोस्ट में बताया कि यह नोटिफिकेशन दुनियाभर के यूजर्स को नहीं जाना चाहिए था और गलती से ऐसा हो गया।

कन्फर्म भी किया कि वीडियो नहीं था कोई विज्ञापन  

एक पोस्ट में यह भी कन्फर्म किया गया कि यह वीडियो कोई विज्ञापन नहीं था, बल्कि एक मैसेज था जो उन यूजर्स को भेजा जाना था, ‘जिन्होंने डुओ प्रमोशन में हिस्सा लिया है।’ मैसेज केवल उन्हीं यूजर्स को जाना चाहिए था, जिन्होंने प्रमोशन के लिए साइन-अप किया था। इससे उलट गलती से यह बड़े यूजरबेस तक पहुंच गया। गूगल ने यूजर्स को भरोसा दिलाया कि इस तरह की गलतियां नहीं होंगी और वे बेहतर डुओ सर्विस एक्सपीरियंस कर सकेंगे।

ये भी पढ़ेंः तलाक के दर्द से गुजरी मुस्लिम महिला नगमा ने पीएम मोदी को फिर कुछ इस अंदाज में भेजीं शुभकामनाएं