समरनीति न्यूज, बांदाः राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में यूथ फ्रेंडली क्लीनिक के अंतर्गत पांचवीं अंतिम कार्यशाला का बड़े उत्साह के साथ आयोजन हुआ। कार्यशाला की अध्यक्षता प्राचार्य डा दीपाली गुप्ता द्वारा की गई। वहीं नोडल अधिकारी डा सबीहा रहमानी ने कार्यशाला का संचालन किया। इस दौरान कालेज की छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद रहीं। सभी ने कार्यशाला में वक्ताओं की बातों को बड़े ध्यान से सुना। बताया जाता है कि स्थानीय राजकीय महिला डिग्री कालेज में पांच दिवसीय यूथ फ्रेंडली कार्यशाला का आयोजन हुआ। मंगलवार को उसका अंतिम दिन था। इस दौरान छात्राओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए उनको हेल्थ टिप्स दिए गए।
पोषण-स्वच्छता का महत्व समझाया
कार्यशाला के अंतिम दिन डा अंकिता तिवारी ने स्वास्थ्य पोषण का महत्व, रक्ताल्पता, सेहत एवं स्वच्दता विषय पर छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छात्राओं को अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहना चाहिए। खानपान का ध्यान रखते हुए दिनचर्या बनानी चाहिए।
वहीं डा ज्योति मिश्र और डा सपना सिंह ने नशीले पदार्थों के नुकसान विषय के साथ ही किशोरावस्था और प्रजनन विकास के साथ-साथ शारीरिक मानसिक एवं पर्यावरणीय परिवर्तन की जानकारी दी। छात्राओं को नए जीवन की शुरुआत और माहवारी पर जानकारी भी दी।
लिंग समानता और अधिकार बताए
इस दौरान स्वच्छता के विषय में भी बताया। पीयर एजूकेटर कु आफरीन ने माहवारी के समय साफ-सफाई विषय पर जानकारी दी। विषिष्ट वक्ता के रूप में कु नीलम मिश्रा ने लिंग समानता पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लिंग समानता यह क्या है और इसके अधिकार एवं जिम्मेदारियां क्या हैं। इसके साथ ही पीसीपीएनडीटी एक्ट विषय पर जानकारी भी छात्राओं को जानकारी दी। कार्यशाला का शुभारंभ चयनित 40 छात्राओं एनएसएस के प्री-टेस्ट के साथ हुआ। छात्राओं को पीपीटी प्रजेंटेशन एवं सिफ्सा के जागरुकता अभियान से संबंधित कार्यक्रम भी बताया गया।
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