समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा के नगर पालिकाध्यक्ष मोहन साहू के खिलाफ जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है। भ्रष्टाचार के आरोपों में पालिकाध्यक्ष दोषी पाए गए हैं। हाल ही में कुछ सभासदों द्वारा उनकी शिकायत की गई थी। यह शिकायत भ्रष्टाचार की भी थी। 8 बिंदुओं पर हुई इस शिकायत में भ्रष्टाचार के भी आरोप हैं। मामले को जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह ने बेहद गंभीरता से लिया। जांच के लिए एक 3 सदस्यीय टीम गठित की। बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट में पालिकाध्यक्ष दोषी पाए गए। आयुक्त की ओर से प्रमुख सचिव नगर विकास को उनके खिलाफ कार्रवाई को पत्र भेजा गया है। इसलिए संभव है कि उनके खिलाफ जल्द बड़ा एक्शन लिया जा सकता है।
यह है पूरा मामला
आइजीआरएस पोर्टल पर मिली इस शिकायत में पालिकाध्य के खिलाफ आठ बिदुओं पर शिकायत मिली थी। जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह के निर्देशों पर इसकी बिंदुवार जांच एडीएम, कोषाधिकारी और पीडब्लूडी के अधिशाषी अधिकारी की टीम ने की। अब जांच में चेयरमैन व तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी समेत कुल 7 लोग दोषी पाए गए हैं।
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शिकायतों में पालिकाध्यक्ष पर अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने, अधिकारों का दुरुपयोग, विद्युत सामग्री की खरीद फरोख्त में भ्रष्टाचार तथा एक सभासद को अनाधिकृत तौर पर मनोनीत करना शामिल है। बताते हैं कि जांच रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारी की संस्तुति पर मंडलायुक्त गौरव दयाल ने कार्रवाई के लिए प्रमुख सचिव नगर विकास को पत्र भेज दिया है।
यह बोले, पालिकाध्यक्ष
पालिकाध्यक्ष मोहन साहू ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। उनके खिलाफ राजनीतिक विद्वेष की भावना से शिकायतें की जा रही हैं। कहा कि उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप सही नहीं हैं। कहा कि उनकी प्राथमिकता शहर का विकास करना है।
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